अजमेर. अंतरराष्ट्रीय पुष्कर कार्तिक मेला 2022 का शुभारंभ मंगलवार को सीएम अशोक गहलोत ने ध्वजारोहण कर किया. इस दौरान अजमेर स्मार्ट सिटी और अजमेर विकास प्राधिकरण के कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास के दौरान स्क्रीन पर फोटोज नहीं दिखने पर सीएम ने नाराजगी (CM Gehlot fumes during Pushkar Fair inauguration) जताई.
पुष्कर कार्तिक मेले में कला, संस्कृति, धर्म, अध्यात्म की छठा बिखरेगी. स्थानीय पंडित कैलाश चंद शर्मा ने गहलोत से पूजा-अर्चना करवाई. इस दौरान गहलोत ने देश और प्रदेश के लोगों के स्वस्थ, समृद्ध और खुशहाल रहने की कामना की. इससे पहले सीएम हेलीकॉप्टर से पुष्कर हेलीपैड पहुंचे. हेलीपैड पर आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र सिंह राठौड़, पूर्व राज्य मंत्री नसीम अख्तर, पूर्व विधायक डॉ श्रीगोपाल बाहेती अगवानी में मौजूद रहे. मेले की विधिवत शुरुआत करने के बाद सीएम ने विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन और अवलोकन किया. वहीं प्रदर्शनी प्रांगण में ही अजमेर स्मार्ट सिटी और अजमेर विकास प्राधिकरण के कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया.
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विकास कार्यों की तस्वीर नहीं होने से नाराज हुए सीएम: जिला प्रशासन ने अजमेर स्मार्ट सिटी और अजमेर विकास प्राधिकरण को लेकर पीडीएफ फाइल बनाई थी. जब स्क्रीन पर शिलान्यास और लोकार्पण से जुड़े फोटोज दिखाई नहीं दिए, तो सीएम ने नाराजगी जताई. सीएम ने कलेक्टर को बुलाकर कहा किसका लोकार्पण और शिलान्यास करवा रहे हो, फोटो कहां है. आनन-फानन में सीएम को विकास कार्यों की तस्वीरें दिखाने की कोशिश की गई.
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मेले का शुभारंभ और आमजन नहीं: गौरतलब है कि इससे पहले मेले के इतिहास में किसी सीएम ने मेले का शुभारंभ नही किया. वहीं मेले का शुभारंभ सुबह 10 बजे तक होता आया है. यह पहली बार था, जब मेले का शुभारंभ शाम को 5:15 बजे किया गया. बता दें कि सीएम अशोक गहलोत के मेला मैदान में शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान पुलिस ने 2 लेयर बल्लियों की दीवार बना रखी थी. मेला मैदान में आमजन को जाने से रोका गया. यही वजह है कि सीएम, उनके साथ आए लोगों के अलावा पुलिस-प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारियों के अलावा चंद लोग ही शुभारंभ कार्यक्रम में मौजूद थे. इसके अलावा पर्यटन विभाग की ओर से निर्धारित पहले दिन के कार्यक्रम भी स्थगित कर दिए गए. कमोबेश यही हाल राजीविका और विकास प्रदर्शनी में भी रहे.
सुरक्षा और सख्ती की वजह: गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक किरोड़ी सिंह बैंसला के अस्थि विसर्जन से पहले पुष्कर मेला मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सचिन पायलट के नारे लगे थे. इस बार भी आशंका थी कि एमबीसी समाज के लोग किसी तरह का विरोध ना करें. यही वजह है कि सुरक्षा के नाम पर आमजन को दूर कर दिया गया. बता दें कि पशु लेकर आये पशुपालकों को डंडे के जोर पर भागने और पशुओं के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं करने की वजह से गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के जिला संयोजक किशन गुर्जर ने विकास प्रदर्शनी के बहिष्कार की घोषणा की थी.