अजमेर. आजादी के अमृत महोत्सव के तहत दयानंद महाविद्यालय के सभागार (Martyrs Family honoured in Ajmer) में अजमेर जिले के 45 शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया. 11 राज बटालियन एनसीसी यूनिट के तत्वावधान में आयोजित सम्मान समारोह में शहीद परिवारों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भेजे गए स्मृति चिह्न भेंट किए गए.
एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ. संत कुमार ने बताया कि एनसीसी निदेशालय नई दिल्ली के उप निदेशक राष्ट्रीय कैडेट कोर राजस्थान के निर्देशानुसार आजादी के अमृत महोत्सव के तहत शहीद परिवारों को दयानंद महाविद्यालय में सम्मानित किया गया. उन्होंने बताया कि अजमेर जिले के 45 शहीद परिवारों को केंद्र सरकार के रक्षा मंत्रालय से प्राप्त स्मृति चिह्न भेंट किए गए. यह स्मृति चिन्ह पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से भेजे गए हैं.
शहीदों के परिजनों को सम्मान देना हम सबकी जिम्मेदारी : संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने (Function for martyrs family in Ajmer) बताया कि जिन लोगों ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं, उन शहीदों के परिवार को सम्मान देना समाज और सरकार का दायित्व बनता है. उन्होंने कहा कि दयानंद महाविद्यालय ने एनसीसी के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को आयोजित कर शहीद के परिजनों को सम्मान दिया है. यह सराहनीय है. उन्होंने कहा कि सन 1948, 1962, 1971, 1999 की जंग और उसके बाद भी आतंकियों से मुठभेड़ में कई जवान शहीद हुए हैं. शहीदों के परिजनों का ख्याल रखना हम सबकी जिम्मेदारी है.
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उन्होंने बताया कि शहीदों के परिजन भूमि आवंटन, नौकरी या नौकरी से संबंधित कार्य के लिए सीधे (45 Family of Martyrs presented with memento) संभागीय आयुक्त से संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा सरकारी विभागों से संबंधित अन्य कामों को लेकर भी शहीद के परिजनों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. वह संभागीय आयुक्त या कलेक्टर को सीधे मिलकर अपनी परेशानी बता सकते हैं.
दयानंद महाविद्यालय में शहीद के बच्चों को आधी फीस में दाखिला : दयानंद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ लक्ष्मीकांत ने कहा कि महाविद्यालय के लिए आज का दिन विशेष रहा है. उन्होंने कहा कि देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों के परिवार जनकी दशा और दिशा की सुध लेना सरकार की ही नहीं हम सब की जिम्मेदारी है. सरकारी कई तरह के कार्यक्रम शहीद के परिजनों के लिए चलाती है. लेकिन यह जानकारी रखना समाज का भी दायित्व है कि शहीद का परिवार कहीं एकांकी जीवन तो नहीं बिता रहा है. उन्होंने कहा कि दयानंद महाविद्यालय की ओर से मैं घोषणा करता हूं कि महाविद्यालय में शहीदों के परिवार से यदि कोई भी छात्र-छात्राएं महाविद्यालय में दाखिला लेती हैं तो उनकी किताबों एवं अन्य सुविधाओं में रियायत दी जाएगी.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा रहे. वहीं 11 राजस्थान बटालियन एनसीसी यूनिट के कमान अधिकारी कर्नल बीपी फर्नांडिस, प्रशासनिक अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल वाय एस चौहान और डीएवी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर लक्ष्मीकांत सहित उपस्थित अतिथियों ने शहीदों के चित्रों पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इसके बाद संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से शहीद परिवारों के सम्मान के लिए भेजे गए स्मृति चिन्ह शहीदों के परिवार को सम्मान स्वरूप दिए गए.