अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की सहायक आचार्य (कॉलेज शिक्षा) विभाग परीक्षा 2023 के आवेदकों के आवेदन पत्रों की जांच में 2 लाख 1 हजार 136 आवेदकों में से 297 आवेदकों को आयोग ने संदिग्ध माना है. इन संदिग्ध आवेदकों ने चार से अधिक विषयों में आवेदन किया है. इनमें से 2 आवेदकों ने तो 48 विषयों में खुद को पोस्ट ग्रेजुएट बात कर आवेदन किया है. आयोग ऐसे संदिग्ध अभ्यर्थियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा..
आयोग के सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि सहायक आचार्य (कॉलेज शिक्षा) विभाग परीक्षा 2023 के आवेदकों के आवेदन पत्रों की जांच के दौरान संदिग्ध अभ्यर्थियों की जानकारी मिली है. उन्होंने बताया कि परीक्षा के लिए कुल 2 लाख 1 हजार 136 आवेदकों ने आवेदन किया था. आवेदन में 297 आवेदकों की ओर से चार या इससे अधिक विषयों में आवेदन किए हैं. मेहता ने बताया कि 54 आवेदक को ने तो पांच से अधिक विषयों में खुद को अधिस्नातक (पोस्ट ग्रेजुएट) बताते हुए आवेदन किया है, जबकि पांच अभ्यर्थियों ने 26 से अधिक विषयों में आवेदन किया है और दो अभ्यर्थियों ने तो हद ही कर दी.
इन दो अभ्यर्थियों ने समस्त 48 विषयों में खुद को अधिस्नातक (पोस्ट ग्रेजुएट) बताते हुए आवेदन किया है. समस्त 48 विषयों में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों से उनकी ओर से आवेदन पत्र में दिए गए मोबाइल नंबर पर आयोग सचिव ने वार्ता की, तो सामने आया कि पोस्ट ग्रेजुएट योग्यता के संबंध में ऐसे अभ्यर्थियों की ओर से अंकित किए गए तथ्य पूर्णतः भ्रामक हैं. आयोग सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि इस प्रकार के असत्य आवेदनों के कारण परीक्षा आयोजन में गंभीर बाधा उत्पन्न होकर परीक्षा तिथि निर्धारण में विलंब होता है. इसलिए आयोग ऐसे समस्त अभ्यर्थियों को प्रथम दृष्टि या संदिग्ध मानते हुए उनके विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई कर रहा है.