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Corona Effect: अजमेर शरीफ दरगाह में छटी की महफिल में नहीं हुई कव्वालियां, दरगाह दीवान का इनकार

अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के दरगाह दीवान ने छठी के मौके पर होने वाली कव्वाली पर रोक लगा दी है. कोरोना के संक्रमण फैलने से रोकने के यह कदम उठाया गया है. यह पहली बार होगा जब अजमेर दरगाह में इस तरह का कदम उठाया गया है.

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अजमेर दरगाह में कव्वालि से इंकार
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Published : Apr 2, 2020, 12:39 PM IST

अजमेर. देशभर में कोरोना का संक्रमण फैलता जा रहा है. जिसके चलते सभी धार्मिक स्थलों को भी बंद कर दिया गया है. एसे में अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के दरगाह दीवान जैनुवल आबेदीन ने एक बार फिर बेहतरीन कदम उठाते हुए दरगाह शरीफ छटी की महफिल में होने वाली कव्वाली को रोक दिया है. अब दरगाह में केवल रस्मों को निभाकर ही फातिहा दे दी गई है. दरगाह दीवान के पुत्र नसरुद्दीन अली खान, ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर छठी के मौके पर पहुंचे, लेकिन दरगाह दीवान के संदेश के बाद छठी के मौके पर कव्वाली करने से इनकार कर दिया गया.

अजमेर दरगाह में कव्वालि से इंकार

हर जगह उठाए जाने चाहिए ऐसे कदम

दरगाह दीवान के पुत्र नसरुद्दीन अली खान ने कहा कि पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने भी एडवाइजरी जारी कर दी है. दरगाह दीवान ने कहा कि लोग अपने घरों में ही रहें और एक-दूसरे के संपर्क में ना आए. उसको ध्यान में रखते हुए पहली बार अजमेर दरगाह में भी इस तरह का कदम उठाया गया है.

ये पढ़ें- अजमेर में दिल्ली और हरियाणा से लौटे तबलीगी जमात के लोगों से बढ़ी चिंता, चिन्हित करने की कवायद शुरू

तबलीगी जमात पर बोले नसरुद्दीन

दरगाह दीवान के पुत्र ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली में तबलीगी जमात का आयोजन किया गया, वह काफी गलत है. इसमें जो भी लोग दोषी पाए जाते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. जहां बार-बार देश के प्रधानमंत्री और सरकार लोगों से अपील कर रही है कि इस तरह के आयोजन ना किए जाएं, जहां लोगों की संख्या हो और लोग एक दूसरे के संपर्क में आए. उन्होंने कहा कि धार्मिक आधार पर इस बात को बढ़ावा ना दें, केवल उन लोगों के लिए आगे आए जो देशवासियों के लिए सड़कों पर हैं. जैसे पुलिसकर्मी, डॉक्टर, मेडिकोज जो लोगों को बचाने के लिए अपनी जान को दांव पर लगा रहे हैं.

अजमेर. देशभर में कोरोना का संक्रमण फैलता जा रहा है. जिसके चलते सभी धार्मिक स्थलों को भी बंद कर दिया गया है. एसे में अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के दरगाह दीवान जैनुवल आबेदीन ने एक बार फिर बेहतरीन कदम उठाते हुए दरगाह शरीफ छटी की महफिल में होने वाली कव्वाली को रोक दिया है. अब दरगाह में केवल रस्मों को निभाकर ही फातिहा दे दी गई है. दरगाह दीवान के पुत्र नसरुद्दीन अली खान, ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर छठी के मौके पर पहुंचे, लेकिन दरगाह दीवान के संदेश के बाद छठी के मौके पर कव्वाली करने से इनकार कर दिया गया.

अजमेर दरगाह में कव्वालि से इंकार

हर जगह उठाए जाने चाहिए ऐसे कदम

दरगाह दीवान के पुत्र नसरुद्दीन अली खान ने कहा कि पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने भी एडवाइजरी जारी कर दी है. दरगाह दीवान ने कहा कि लोग अपने घरों में ही रहें और एक-दूसरे के संपर्क में ना आए. उसको ध्यान में रखते हुए पहली बार अजमेर दरगाह में भी इस तरह का कदम उठाया गया है.

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तबलीगी जमात पर बोले नसरुद्दीन

दरगाह दीवान के पुत्र ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली में तबलीगी जमात का आयोजन किया गया, वह काफी गलत है. इसमें जो भी लोग दोषी पाए जाते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. जहां बार-बार देश के प्रधानमंत्री और सरकार लोगों से अपील कर रही है कि इस तरह के आयोजन ना किए जाएं, जहां लोगों की संख्या हो और लोग एक दूसरे के संपर्क में आए. उन्होंने कहा कि धार्मिक आधार पर इस बात को बढ़ावा ना दें, केवल उन लोगों के लिए आगे आए जो देशवासियों के लिए सड़कों पर हैं. जैसे पुलिसकर्मी, डॉक्टर, मेडिकोज जो लोगों को बचाने के लिए अपनी जान को दांव पर लगा रहे हैं.

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