उदयपुर. प्रदेश में विजयदशमी का पर्व बुधवार को पूरे उत्साह के साथ मनाया गया. विभिन्न जिलों में रावण दहन होने के (Ravana Dahan In Udaipur) साथ ही लोगों ने आतिशबाजी का आनंद लिया. उदयपुर के गांधी ग्राउंड में आतिशबाजी के साथ रावण का दहन किया गया. अलवर में मेव समाज ने भगवान राम की शोभायात्रा का स्वागत किया.
इस दौरान 100 फीट की सोने की लंका, 70 फीट के रावण, 65 फीट के कुंभकरण और मेघनाथ कुछ मिनटों में जलकर राख हो गए. इससे पहले श्री राम दरबार की भव्य शोभायात्रा निकाली गई. शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए गांधी ग्राउंड पहुंची. विजयदशमी के मौके पर गांधी ग्राउंड में बड़ी संख्या में लोग पहुंची और रावण दहन का आनंद लिया.
धौलपुर में 51 फीट के रावण का दहनः विजयदशमी के मौके पर मेला ग्राउंड में रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. मेला ग्राउंड में सभापति खुशबू सिंह ने रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों को आग लगाकर उनका दहन किया. रावण दहन के दौरान जमकर आतिशबाजी भी की गई. नगर परिषद की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान 51 फीट के रावण के साथ 31- 31 फीट के कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया. मेला ग्राउंड में रावण दहन के दौरान हुई आतिशबाजी को देखकर लोग खासे उत्साहित रहे.
रावण दहन पर लोगों में उत्साहः नदबई (भरतपुर) कस्बे में विजयदशमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया. दशहरा पर्व के मौके पर लोगों में उत्साह देखने को मिला. सबसे पहले पंजाबी समाज नवयुवक दशहरा कमेटी की ओर से शोभायात्रा निकाली गई. बाद में करीब 1 घंटे की आतिशबाजी के बीच 52 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया. स्थानीय प्रशासन की ओर से दशहरा मेले पर सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए.
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भगवान राम उड़ते हुए आए और किया रावण का वधः विजयदशमी के दिन राजधानी जयपुर में कई जगह कार्यक्रम (Ravana Dahan In Jaipur) आयोजित किए गए. जगह-जगह पर रावण दहन का कार्यक्रम हुआ. खजाना महल म्यूजियम में हवा में रामसेतु के ऊपर से भगवान श्री राम उड़ते हुए आए और रावण का वध किया. रावण का पुतला नहीं जलाकर सांकेतिक रूप से पर्व मनाकर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया गया.
म्यूजियम के फाउंडर डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि हाथ में धनुष बाण थामे 25 फीट की ऊंचाई पर उड़कर भगवान श्री राम ने सांकेतिक रूप से तीर चलाकर रावण के पुतले का अंत किया. भगवान राम के वेश में आए कलाकार ने रावण के पुतले का वध किया. अनूप श्रीवास्तव के मुताबिक हमेशा कोशिश रहती है कि मनोरंजन के साथ-साथ अगर कोई सामाजिक संदेश दिया जाए तो उसकी पहुंच पुख्ता होती है.
अलवर में मेव समाज ने किया स्वागतः अलवर में रावण दहन कार्यक्रम से पहले भगवान राम की शोभायात्रा (Shobhayatra on Vijayadashmi) निकली गई. इस दौरान मेव समाज ने अनोखी मिसाल कायम की. अलवर शहर में मेव बोर्डिंग के पास मेव समाज के लोगों की ओर से भगवान राम की शोभा यात्रा का स्वागत किया गया. इस दौरान मेव समाज के लोगों ने पुरुषार्थी समाज के लोगों को माला पहनाई व गले मिलकर दशहरा की शुभकामनाएं दी. भगवान राम की शोभायात्रा के दौरान रोड नंबर 2 स्थित बोर्डिंग के सामने मेव पंचायत की तरफ से भगवान राम का स्वागत किया गया.
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इस दौरान मेव समाज के सदर शेर मोहम्मद ने कहा कि साल 2018 से मेव समाज शोभा यात्रा का स्वागत करता आ रहा है. कोरोना के चलते दो साल तक यह कार्यक्रम नहीं हो पाया. इस साल दशहरा पर्व का कार्यक्रम हुआ तो मेव उस समाज में भी बढ़-चढ़कर इसमें हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि मेव समाज हिंदू समाज के त्योहारों को मनाता है तो हिंदू समाज भी मेव समाज के कार्यक्रमों को मिलकर मनाता है. उन्होंने कहा कि अलवर जिला ऐसा है जहां कभी सांप्रदायिक हिंसा नहीं हुई.
वहीं, रावण दहन कार्यक्रम के दौरान अचानक अलवर शहर में मौसम खराब हुआ तेज हवा चली व बारिश हुई. ऐसे में जल्दी कार्यक्रम हुआ. 75 फीट के रावण, 50 फीट के मेघनाथ व 55 फीट के कुंभकरण का दहन किया गया. पटाखों की गूंज के साथ रावण धू-धू कर जला।दशहरा मैदान पर पहुंचे हजारों लोगों के बीच जय श्रीराम के नारे गूंजने लगे. जिले में कई अन्य जगहों पर बारिश और तेज हवा के कारण रावण का पुतला गिर गया. रावण दहन कार्यक्रम के दौरान मंच पर मंत्री, विधायक, पूर्व मंत्री सहित भाजपा व कांग्रेस के कई नेता नजर आए.