उदयपुर. प्रदेश के परिवहन मंत्री एवं जिला प्रभारी प्रताप सिंह खाचरियावास मंगलवार को आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए उदयपुर पहुंचे. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में मंत्री खाचरियावास ने केंद्र की मोदी सरकार समेत प्रदेश की भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह गणतंत्र देश के किसान और आवाम का है. गणतंत्र तब मजबूत होता है जिसमें गण का सम्मान हो.
उन्होंने कहा कि देश का किसान दो महीनों से सड़कों पर है और सरकार के मंत्री हवाई यात्रा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि छ: साल के कार्यकाल में पीएम मोदी की यह पहली परीक्षा थी जिसमे वे पूरी तरह से फेल हुए हैं. यही नहीं, उन्होंने कहा कि भाजपा राजस्थान की बजाए केंद्र में चुनाव करवाए तो सरकार की सच्चाई सामने आ जाए. उन्होंने कहा कि जिन किसानों और आवाम के लिए गणतंत्र को लागू किया गया, आज वही ट्रैक्टर रैली निकाल कर अपनी आवाज को बुलंद कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जब सत्ता में बैठे लोग लोकतांत्रिक मर्यादाओं को बिल्कुल नष्ट कर घमंड और तानाशाही पर उतर आएं तब गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर जनता को अपनी आवाज बुलंद करनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि किसान और अन्य संगठन ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं फिर भी सरकार कान में रुई डालकर बैठी है. केंद्र सरकार को यह समझ लेना चाहिए कि किसानों और जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता है.
इतना घमंड है तो फिर से चुनाव करा लें
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को अगर कृषि कानून को लेकर इतना ही घमंड है तो इस्तीफा देकर फिर से चुनाव करा लें. देश में फीडबैक लेने जाएंगे तो उन्हें भी पता चल जाएगा. उन्होंने कहा कि देश में कई प्रधानमंत्री हुए, कई सरकारें बनी लेकिन घमंड किसी का नहीं चला. सच ये है कि यह सरकार के घमंड पर चोट है. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को थकाना चाहती है. जब सरकार खुद डिसीजन नहीं ले सकती, तो वह तारीख पर तारीख देती है क्योंकि उसके पास ना कोई एजेंडा रहता है और ना कोई योजना है. इसलिए यह टकराव हो रहा है और अगर आगे और बढ़ा तो इस सरकार का अंत हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि मनोहर लाल खट्टर इन दिनों कहां हैं, दिखाई नहीं पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि किसानों ने विरोध करते हुए मंच तोड़ कर रख दिया है. अगर कृषि कानून को खत्म नहीं किया गया तो बीजेपी जल्द ही डूब जाएगी. उन्होंने कहा कि पिछले 6 सालों से बीजेपी के नेता महलों में रहकर मजे कर रहे हैं. वे पूंजीपतियों का साथ मिलकर देश की अर्थव्यवस्था को चौपट करना चाहते हैं.
कुछ पूंजीपतियों की संपत्ति इस कोरोना संकट में भी 3 से 5 गुना बढ़ी हैं. उन्होंने कहा कि कौन हैं वे पूंजीपति, क्या कारण रहे कि उनकी संपत्ति इतनी बढ़ी इसकी भी जांच होनी चाहिए. विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी घोटाला कर देश से बड़ी आसानी से कैसे भाग जाते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार सत्ता के दम पर लोगों की जुबान थोड़ी बंद कर सकती है.
भाजपा नेताओं पर साधा निशाना..
मंत्री खाचरियावास ने कहा कि इनके पास मुद्दे नहीं है. इसलिए ये फालतू की बातें करने लगते हैं. बीजेपी की वर्तमान लीडरशिप कहीं भटक गई है. इन 2 वर्षों में बीजेपी के नेता जो बयान दे रहे हैं तो इनसे पूछ लेना चाहिए कि कौन सा आंदोलन किया. उन्होंने कहा कि जयपुर में बीजेपी के नेता 100 आदमी नहीं जुटा पाए, जनता की आवाज नहीं उठा पाए, विपक्ष की भूमिका नहीं अदा कर पाए. कहा कि भाजपा के लोगों ने बहुत जोर आजमाइश की थी राजस्थान में सरकार गिराने की लेकिन क्या हुआ. उन्होंने कहा कि पहले खुद तय कर लें, भाजपा का नेता कौन है. उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन कोर ग्रुप में तो पहले एक हो जाना चाहिए था. वसुंधरा जी को तो बुला लेना चाहिए था.