उदयपुर. प्रदेश के युवा मामले एवं खेल विभाग तथा सूचना व जनसंपर्क राज्य मंत्री अशोक चांदना ने बुधवार को उदयपुर प्रवास पर मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेल विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं. राज्य सरकार ने खेलों के लिए बजट को दस गुना बढ़ाकर कई प्रकार की सुविधाएं दी हैं. पहले राज्य में खेलों के लिए 40 से 50 करोड़ रुपया बजट होता था. अब सरकार ने यह बजट बढ़ाकर 400 करोड़ रुपये कर दिया (Ashok Chandna on sports budget in Rajasthan) है, जिससे खेलों व खिलाड़ियों को फायदा मिल रहा है.
चांदना ने बुधवार को गांधी ग्राउंड में उस्ताद श्री अर्जुन पहलवान स्मृति समिति की ओर से आयोजित अंडर-23 राज्य स्तरीय फ्री स्टाइल ग्रीको रोमन व महिला कुश्ती प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राजस्थान में खेलों में अपार संभावनाएं हैं. अब धीरे-धीरे खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेकर अच्छे खेल का प्रदर्शन कर रहे हैं. राजस्थान में अब खिलाड़ियों की खेल कोटे से सरकारी नौकरियों में भर्ती भी हो रही है. अभी लगभग 500 खिलाड़ियों को पुलिस, वन और अन्य विभागों में खेल कोटे से नौकरी मिली है.
राजस्थान में पहली बार ग्रामीण ओलंपिक खेल: चांदना ने कहा कि राजस्थान में होने वाले ग्रामीण ओलंपिक खेल पूरे देश-दुनिया में अभूतपूर्व हैं. इसमें 28 लाख 88 हजार रजिस्ट्रेशन हुए हैं. यह अपने प्रकार का रिकार्ड होगा जब एक साथ इतने खिलाड़ी खेलेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान पहला स्टेट है जिसने स्टेट गेम्स करवाए, हमने लगभग 8 हजार बच्चों व एक हजार ऑफिसर्स के साथ यह अनूठा आयोजन करवाया. स्टेट गेम्स के लिए मुख्यमंत्री ने 8 करोड़ रुपए तथा ग्रामीण ओलंपिक खेलों के लिए 45 करोड़ रुपए दिए हैं.
विजेता खिलाड़ियों को मिल रहा प्रोत्साहन: चांदना ने कहा कि राज्य सरकार ने पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की प्रोत्साहन राशि में भी बढ़ोतरी की है. ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले का इनाम अब 50 लाख से बढ़ाकर 3 करोड़ रुपए कर दिया है. इसी प्रकार सिल्वर मेडलिस्ट का इनाम 30 लाख से बढ़ाकर 2 करोड़ तथा ब्रॉन्ज मेडलिस्ट को 20 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ रुपया कर दिया है. उन्होंने बताया कि राजस्थान एकमात्र राज्य है जहां नेशनल मेडलिस्ट को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी देने का प्रावधान किया गया है. चांदना ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें खेल विभाग की जिम्मेदारी देते वक्त कहा था कि आपको यह जिम्मेदारी इसलिए दी जा रही है कि आप खिलाड़ी हो. आपको खेलों के लिए ऐसा काम करना है कि यह कार्यकाल खेलों के लिए यादगार बन जाए.