उदयपुर. 21 दिन के लॉकडाउन के बाद दूसरे राज्यों के रहने वाले मजदूर जो घर आ रहे थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते वह अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए और बीच राह में ही अटक गए. ऐसे ही 834 लोगों को उदयपुर जिला प्रशासन ने भी आसरा दे रखा हैं.
बता दें कि उदयपुर में 4 स्थानों पर शेल्टर होम का निर्माण करवाया गया है. इन शेल्टर होम में उत्तर प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात समेत देश के कई राज्यों के निवासी रह रहे हैं. इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और छोटे बच्चे भी शामिल हैं.
इन सभी को लॉकडाउन के नियमों के तहत सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है. खासतौर पर महिलाओं और छोटे बच्चों के मनोरंजन से लेकर उनके भोजन तक के लिए विशेष तैयारियां की गई है.
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उदयपुर जिला कलेक्टर आनंदी ने बताया कि देशभर में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के चलते लॉकडाउन लागू हो गया. इसके बाद बड़ी संख्या में शरणार्थियों को उदयपुर में ठहराया गया. इन्हें जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान में रखते हुए सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है.