उदयपुर. जिले के सज्जनगढ़ जैविक उद्यान में शुक्रवार को एक अलग ही चहल-पहल नजर आई. वन विभाग की टीम चेन्नई जू से मादा टाइगर और भेड़ियों के जोड़े को लेकर पहुंची. केन्द्रीय प्राधिकरण की ओर से जारी समस्त निर्देशों का पालन करते हुए उपरोक्त जानवरों को राशन, पानी और दवाइयां दी गई. सात सदस्य टीम एक सप्ताह पहले उदयपुर से चेन्नई के लिए रवाना हुई थी.
21 दिन का क्वॉरेंटाइन
उप वन संरक्षक (वन्यजीव) अजीत ऊंचोई ने बताया कि मादा टाइगर और भेड़िए के जोड़े को 21 दिन तक क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा. जिसमें अन्य प्राणियों को कोई इन्फेक्शन नहीं फैले और नए जानवर भी जैविक उद्यान सज्जनगढ़ के माहौल और वातावरण में अपने आप को ढाल सके. विद्या की उम्र 8 वर्ष है और वो बिल्कुल स्वस्थ है. क्वॉरेंटाइन अवधि के बाद इनको आम जनता के लिए डिस्प्ले में छोड़ा जाएगा.
दामिनी के बाद आई विद्या
इससे पहले सज्जनगढ़ जैविक उद्यान में मादा टाइगर दामिनी थी, अब विद्या के रूप में लंबे समय बाद मादा टाइगर वन्यजीव प्रेमियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र साबित होगी. केन्द्रीय प्राधिकरण नई दिल्ली की ओर से एनीमल एक्सचेंज की स्वीकृति उपरांत अरिगनर अन्ना जूलोजिकल पार्क चेन्नई से इन्हें लाने के लिए उप वन संरक्षक वन्यजीव, उदयपुर की ओर से एक सात सदस्यों की टीम गठित की गई. जिसमें वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. हंसराज जैन, वनपाल विनोद कुमार तंवर, द्वारका प्रसाद शर्मा, सहायक वनपाल रामसिंह पंवार, वाहन चालक जिनेन्द्र चुण्डावत, गिरधारी सिंह और सुरेश कुमार थे.