उदयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को उदयपुर पहुंचे. यहां उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ से मुलाकात की. साथ ही जनसुनवाई कर आम लोगों की समस्याएं भी सुना. उन्होंने लोगों की समस्याओं के मद्देनजर अधिकारियों के साथ बैठक की और जल्द से जल्द सभी की समस्याओं के निस्तारण की बात कही. इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश के बदलते विकास मॉडल और आदिवासी क्षेत्रों के कल्याण को लेकर भी अपनी बात रखी.
अपने एक दिवसीय दौरे पर उदयपुर पहुंचे मुख्यमंत्री गहलोत ने कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रहे रामचंद्र मेनारिया के घर जाकर उनके निधन पर शोकाकुल परिजनों को ढांढस बंधाया. इसके बाद सीएम गहलोत वल्लभनगर विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के निवास पर पहुंचे, यहां उन्होंने पूर्व गृह मंत्री गुलाब सिंह शक्तावत की पत्नी कैलाश कंवर की तबीयत का हाल जाना. सर्किट हाउस में सीएम गहलोत ने आईजी, संभागीय आयुक्त, कलेक्टर और एसपी सहित सभी प्रमुख विभागों के अधिकारियों के साथ चर्चा की. इसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने सर्किट हाउस में ही आम लोगों के साथ जनसुनवाई की.
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जनसुनवाई में ऋषभदेव, झाड़ोल, खेरवाड़ा सहित कई इलाकों से आए लोगों ने समस्याओं को सीएम के सामने रखा. इस पर सीएम ने भी जल्द ही उचित समस्या समाधान का आश्वासन दिया. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश के कई इलाकों में ज्यादा बारिश होने से किसानों की फसलें चौपट हो गई हैं, ऐसे में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को उसके लिए एक ज्ञापन पत्र भेजा है, जिससे किसानों को लाभ दिलाया जा सके. इसके अलावा सीएम गहलोत ने पिछली सरकार में 36 हजार वन अधिकार पट्टों को भी अपनी घोषणा के तहत जल्द वापस जारी करने की बात कही.
सीएम गहलोत ने कहा कि घोषणा के तहत प्रदेश के तीन एक्सीलेंट सेंटर के लिए उदयपुर, सागवाड़ा और जयपुर में काम चल रहा है. वहीं, गहलोत ने कहा कि सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में राजस्थान सिरमौर बन सके, इसके लिए टीएसपी इलाकों में भी सोलर प्रोजेक्टस को बढ़ावा दिया जाएगा.