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CGST team action in MLSU: CGST की कार्रवाई में मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी पर बकाया निकले जीएसटी के 2.94 करोड़ रुपए

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में सीजीएसटी की टीम ने कार्रवाई की है. इसमें टीम ने यूनिव​र्सिटी पर जीएसटी के 2.94 करोड़ रुपए बकाया (GST not paid by MLSU in 2022) बताए. इसे जमा करवाने के लिए कहा गया है. यूनिवर्सिटी के वित्त नियंत्रक ने भी जीएसटी जमा नहीं करवाने की बात मानी है.

CGST team action in MLSU
CGST की कार्रवाई में मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी पर बकाया निकले जीएसटी के 2.94 करोड़
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Published : Mar 1, 2022, 6:57 PM IST

उदयपुर. मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (MLSU) में जीएसटी को लेकर चल रहे विवाद ने नया मोड़ ले लिया है. केंद्रीय माल एवं सेवा कर (CGST) आयुक्तालय उदयपुर की एंटी इवेजन शाखा ने विश्वविद्यालय पर 2 करोड़ 94 लाख रुपए जमा कराने को (CGST team action in MLSU) कहा है. अब तक यूनिवर्सिटी ने 84.89 लाख रुपए की जीएसटी राशि जमा कराई है.

सीजीएसटी की टीम ने यूनिवर्सिटी से संबंधित 150 महाविद्यालयों की जानकारी जुटाई, तो सामने आया कि शैक्षणिक सत्र 2017-18 से 2021-22 के लिए वसूल किए गए 16.35 करोड़ रुपए पर देय 2.94 करोड़ रुपए जीएसटी का भुगतान नहीं किया गया. इस संदर्भ में विश्वविद्यालय वित्त नियंत्रक ने स्वीकार किया कि विश्वविद्यालय ने जीएसटी राशि जमा नहीं करवाई. विश्वविद्यालय ने कुल 84.89 लाख रुपए जमा करवा चुका है . इसमें जीएसटी के 66.31 लाख एवं इसके ब्याज के 18.58 लाख रुपए जमा करवाए गए. इसके अलावा बकाया जीएसटी की राशि को शीघ्र जमा कराने की बात विभाग ने कही है.

पढ़ें: BJP VS NSUI : कुलपति के विरोध में भाजपा...समर्थन में एनएसयूआई.... कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन में दोनों हुए आमने-सामने

यह था पूरा मामला: 17 जनवरी, 2022 को निजी कॉलेज संचालकों की बैठक का आयोजन किया गया था. बैठक में यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार सीआर देवासी और वित्त नियंत्रण दलपत सिंह राठौड़ ने निजी संचालकों पर मारपीट और बदसलूकी का आरोप लगाया था. इस पूरे मामले को लेकर रजिस्ट्रार ने निजी संचालकों के खिलाफ प्रतापनगर थाने में मामला दर्ज कराया. रजिस्ट्रार ने अपने साथ हुई बदसलूकी और पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री, राजभवन और सरकार को ट्वीट करते हुए यूनिवर्सिटी के कुलपति अमेरिका सिंह पर भी आरोप लगाए.

पढ़ें: Mohanlal Sukhadia University के कुलपति का बढ़ा विरोध, ABVP ने की बर्खास्त करने की मांग

रजिस्ट्रार ने ट्वीट करते हुए लिखा कि इस बैठक का आयोजन कुलपति के निर्देश में हुआ, लेकिन कुलपति खुद समय पर नहीं आए. इस दौरान प्राइवेट कॉलेज के संचालकों ने बदसलूकी की. इस पर कुलपति ने कहा कि मेरे सामने कोई अभद्रता नहीं हुई. इस मामले की जांच के लिए राज्यपाल ने 3 सदस्यों की कमेटी बनाई है. इसकी जांच अभी जारी है.

उदयपुर. मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (MLSU) में जीएसटी को लेकर चल रहे विवाद ने नया मोड़ ले लिया है. केंद्रीय माल एवं सेवा कर (CGST) आयुक्तालय उदयपुर की एंटी इवेजन शाखा ने विश्वविद्यालय पर 2 करोड़ 94 लाख रुपए जमा कराने को (CGST team action in MLSU) कहा है. अब तक यूनिवर्सिटी ने 84.89 लाख रुपए की जीएसटी राशि जमा कराई है.

सीजीएसटी की टीम ने यूनिवर्सिटी से संबंधित 150 महाविद्यालयों की जानकारी जुटाई, तो सामने आया कि शैक्षणिक सत्र 2017-18 से 2021-22 के लिए वसूल किए गए 16.35 करोड़ रुपए पर देय 2.94 करोड़ रुपए जीएसटी का भुगतान नहीं किया गया. इस संदर्भ में विश्वविद्यालय वित्त नियंत्रक ने स्वीकार किया कि विश्वविद्यालय ने जीएसटी राशि जमा नहीं करवाई. विश्वविद्यालय ने कुल 84.89 लाख रुपए जमा करवा चुका है . इसमें जीएसटी के 66.31 लाख एवं इसके ब्याज के 18.58 लाख रुपए जमा करवाए गए. इसके अलावा बकाया जीएसटी की राशि को शीघ्र जमा कराने की बात विभाग ने कही है.

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यह था पूरा मामला: 17 जनवरी, 2022 को निजी कॉलेज संचालकों की बैठक का आयोजन किया गया था. बैठक में यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार सीआर देवासी और वित्त नियंत्रण दलपत सिंह राठौड़ ने निजी संचालकों पर मारपीट और बदसलूकी का आरोप लगाया था. इस पूरे मामले को लेकर रजिस्ट्रार ने निजी संचालकों के खिलाफ प्रतापनगर थाने में मामला दर्ज कराया. रजिस्ट्रार ने अपने साथ हुई बदसलूकी और पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री, राजभवन और सरकार को ट्वीट करते हुए यूनिवर्सिटी के कुलपति अमेरिका सिंह पर भी आरोप लगाए.

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रजिस्ट्रार ने ट्वीट करते हुए लिखा कि इस बैठक का आयोजन कुलपति के निर्देश में हुआ, लेकिन कुलपति खुद समय पर नहीं आए. इस दौरान प्राइवेट कॉलेज के संचालकों ने बदसलूकी की. इस पर कुलपति ने कहा कि मेरे सामने कोई अभद्रता नहीं हुई. इस मामले की जांच के लिए राज्यपाल ने 3 सदस्यों की कमेटी बनाई है. इसकी जांच अभी जारी है.

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