उदयपुर. प्रियंका गांधी के करीबी आचार्य प्रमोद कृष्णम हमेशा से राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को लेकर (Acharya Pramod Big statement) बयान देते रहे हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए आचार्य प्रमोद ने कहा कि देश के हालात खराब हैं. कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी ने वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श कर यह फैसला लिया है कि अगर देश को बचाना है तो कांग्रेस को मजबूत करना होगा. कांग्रेस को सशक्त बनाना होगा और इसके लिए ही नव संकल्प शिविर में चिंतन मंथन चल रहा है. मुझे लगता है कि सोनिया गांधी का जो उद्बोधन है उसको एक सूत्र में अगर पिरोया जाए तो उसमें से चिंतन, मंथन और परिवर्तन निकलेगा और यही परिवर्तन संसार का नियम है.
उन्होंने कहा कि देश का युवा आज अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं. इसीलिए वह कांग्रेस की तरफ देख रहा है. कांग्रेस को युवाओं की बात तो करनी ही होगी. सचिन पायलट युवाओं के चहेते हैं और अशोक गहलोत अनुभवी हैं ऐसे में कांग्रेस पार्टी को बीच का रास्ता निकालते हुए कोई न कोई फैसला लेना होगा और मुझे लगता है कि फैसला होगा. आचार्य प्रमोद ने कहा कि सोनिया गांधी का जो उद्बोधन है वह साफ है कि हमें पार्टी के लिए उसका कर्ज उतारना होगा, उसके लिए कुर्बानी देनी पड़ेगी और उसके लिए हम सब तैयार हैं.
सोनिया गांधी और कांग्रेस नेतृत्व अपेक्षा करता है इस संकल्प को पार्टी सदस्यों को पूरा किया जाना चाहिए. उन्होंने सचिन पायलट को पद नहीं मिलने पर कहा कि कभी-कभी राजनीति में ऐसा होता है कि कोई पद मिलना होता है लेकिन वह मिलता नहीं है. इसका मतलब यह नहीं है कि कभी मिलेगा नहीं, क्योंकि भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं. कांग्रेस प्रेसिडेंट ने चिंतन, मंथन और परिवर्तन की बात कही है. और परिवर्तन तो संसार का नियम है जो पौधा था, आज वृक्ष बन गया और जो वृक्ष था अब ढलने लगा है. मुझे लगता है कि सचिन पायलट को इंसाफ मिलेगा.