जयपुर: प्रदेश के 3737 महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल और 134 स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों में अध्यनरत छात्रों को शिक्षकों का इंतजार है. राज्य सरकार की ओर से 17 हजार 500 पदों पर शिक्षकों को चयनित भी किया जा चुका है, लेकिन उनका पदस्थापन नहीं किया गया है. ऐसे में चयनित शिक्षकों ने छात्रों के भविष्य का हवाला देते हुए मंगलवार को राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला. साथ ही जल्द पदस्थापन नहीं किए जाने पर शिक्षा मंत्री के आवास पर धरना और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की चेतावनी दी.
चयनित शिक्षकों ने शहीद स्मारक पर किया विरोध प्रदर्शन: प्रदेश भर से चयनित शिक्षकों ने मंगलवार को शहीद स्मारक पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थी. विरोध प्रदर्शन करने आए चयनित शिक्षक दीनदयाल शर्मा ने आरोप लगाया कि नवगठित 41 जिलों के महात्मा गांधी स्कूलों में पदस्थापन का काम समीक्षा के नाम पर रोका जा रहा है. इसके विरोध में प्रदेश भर से चयनित शिक्षकों ने जयपुर में विरोध प्रदर्शन किया है. उन्होंने मांग की है कि प्रदेश में संचालित 3737 महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल और 134 स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल में पढ़ रहे छात्रों को शिक्षक उपलब्ध कराए जाएं.
उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में आर्थिक रूप से कमजोर और गरीब तबके के छात्र पढ़ रहे हैं. ये प्राइवेट इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ने में असमर्थ हैं. इनके लिए स्टाफ की कमी को दूर करते हुए सरकार को चयनित शिक्षकों के पदस्थापन का फैसला लेना चाहिए.
नहीं हो रहा चयनित शिक्षकों का पदस्थापन: चयनित शिक्षक शक्ति चौधरी ने बताया कि महात्मा गांधी स्कूलों के लिए बीते साल जुलाई में विज्ञप्ति निकाली गई और अगस्त में विभाग की ओर से एग्जाम कराया गया. इसका रिजल्ट बीते साल ही दिसंबर महीने में जारी कर दिया गया. इसके साथ ही सफल शिक्षकों से 41 जिलों के अनुसार विकल्प भी भरवाए गए, लेकिन शिक्षकों का पदस्थापन अब तक लंबित चल रहा है. इसके चलते स्कूली छात्र पूरे सत्र शिक्षकों का इंतजार ही करते रह गए. अब कुछ ही दिन बाद छात्रों की बोर्ड परीक्षाएं हैं. ऐसे में छात्र खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं. ऐसे में शिक्षा मंत्री से यही मांग है कि महात्मा गांधी स्कूल में अध्यनरत छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए 17 हजार 500 पदों पर जल्द से जल्द पदस्थापन किया जाए. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग को गंभीरता से नहीं लिया जाता तो आगामी दिनों में शिक्षा मंत्री के घर के बाहर धरना दिया जाएगा और मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा.