अजमेर: बिजयनगर ब्लैकमेल कांड मामले में सकल हिंदू समाज लगातार घटना का विरोध कर रहा है. इस कड़ी में अजमेर में भी सकल हिंदू समाज ने 1 मार्च को अजमेर बंद करने की घोषणा की है. इसको लेकर सकल हिंदू समाज से जुड़े विभिन्न घटकों, सामाजिक और व्यापारिक संगठनों की ओर से मंगलवार को बैठक की गई. बैठक में सभी ने एक राय से अजमेर बंद को समर्थन देने की घोषणा की है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अजमेर महानगर की पूर्व सरसंचालक अनिल जैन ने बताया कि विजयनगर में नाबालिग बच्चियों को बहला-फुसलाकर उनका शारीरिक शोषण किया गया और बाद में उन्हें ब्लैकमेल किया गया. इस घटना से अत्यंत रोष व्याप्त है. जैन ने बताया कि अजमेर में 200 से भी अधिक व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि और विभिन्न हिंदू समाज के घटकों के प्रतिनिधि बैठक में एकत्रित हुए. बैठक में सभी ने एक मत से 1 मार्च को अजमेर बंद का आह्वान किया है. इस बंद में परिवहन के सभी साधन बंद रहेंगे. फुटकर और सब्जी फल, चाय की टपरिया समेत सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. बंद में केवल मेडिकल की दुकानों को ही छूट रहेगी.
प्रकरण की हो सीबीआई जांच: जैन ने कहा कि ऐसी आशंका है कि प्रकरण में रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से अनुसंधान जैसा होना चाहिए था, वह नहीं हुआ है. प्रकरण में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए. पुलिस प्रकरण में आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटाए, वरना सकल हिन्दू समाज यह मांग करेगा कि प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाई जाए. वारदात को अंजाम देने वाले सभी आरोपियों को कड़ी सजा मिले. उन्होंने कहा कि बैठक में यह भी तय हुआ है कि हमें सामाजिक जागरूकता के कार्य करने चाहिए. ऐसे स्थान जहां बहन-बेटियों को बहलाया फुसलाया जाता है, वहां पर नजर रखें. जैन ने बताया कि 1 मार्च को सकल हिन्दू समाज बड़ी संख्या में एकत्रित होगा और यहां से मार्च लेकर जिला मुख्यालय पहुंचेगा, जहां आम सभा होगी. इस दौरान पूरे विषय की जानकारी सभी के साथ साझा की जाएगी.
प्रकरण में सभी आरोपियों को हो फांसी: अजयमेरु व्यापार महासंघ के अध्यक्ष महेंद्र बंसल ने बताया कि सकल हिंदू समाज की बैठक में आमंत्रित किया गया. महासंघ का बंद को पूरा समर्थन है और सभी व्यपारियों और आमजन से आग्रह करते है कि सभी अपने घरों से निकले और आक्रोश रैली में शामिल हों. उन्होंने कहा कि प्रशासन से मांग है कि प्रकरण में जो भी दोषी हैं, उन सभी आरोपियों को फांसी दी जाए. साथ ही पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच हो. मामले में आरोपियों के प्रति किसी भी तरह की नरमी बरती गई तो सकल हिंदू समाज बड़ा आंदोलन करेगा.