ETV Bharat / city

उम्र पर भारी पड़ा जुनून, 52 साल के राजसिंह ने बेटे और बेटी के साथ पास की 10वीं की परीक्षा

author img

By

Published : Aug 26, 2022, 11:54 PM IST

उदयपुर के राज सिंह सदाणा ने 52 साल की उम्र में स्टेट ओपन माध्यम से 10वीं की परीक्षा पास की है. इसके साथ ही उनकी बेटी और बेटे ने भी दसवीं की परीक्षा उतीर्ण की है. 52 साल की उम्र में 10वीं की परीक्षा पास कर उन्होंने अनूठा उदाहरण पेश किया है.

52 year old man passed 10th exam in Udaipur along with his son and daughter
उम्र पर भारी पड़ा जुनून, 52 साल के राजसिंह ने बेटे और बेटी के साथ पास की 10वीं की परीक्षा

उदयपुर. जिले के मारूवास वाण की भागल गांव निवासी 52 वर्षीय राज सिंह सदाणा ने दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया (52 year old man passed 10th exam) है. उनके पुत्र किशन सिंह ने नियमित अध्ययन करते हुए तथा पुत्री ममता कंवर भी 10वीं परीक्षा उत्तीर्ण की है.

इस वर्ष अपने बेटे और बेटी के साथ लक्ष्य प्राप्ति करने वाले राजसिंह उदयपुर सूचना केंद्र में लाइब्रेरी बियरर के पद पर 1991 से कार्यरत हैं. पारिवारिक जिम्मेदारी के चलते आज से 35 वर्ष पहले राज सिंह की पढाई छूट गई थी. वक्त का पहिया चलता रहा और राजसिंह 52 साल के हो गए. विभागीय अधिकारियों के मार्गदर्शन से उन्होंने 10वीं की परीक्षा का फॉर्म भरा और परीक्षा पास की. राज सिंह अब उच्च माध्यमिक और फिर स्नातक में प्रवेश लेने के लिए भी उत्साहित हैं.

पढ़ें: मिसाल : दिव्यांग ने पैर से लिखी 10वीं परीक्षा की कॉपी, मिले 424 अंक

ऐसे मिला दसवीं करने का प्रोत्साहन: राज सिंह बताते हैं कि वे सूचना केंद्र उदयपुर में लाइब्रेरी बियरर के पद पर कार्यरत हैं. प्रतिदिन यहां वाचनालय में 150-200 स्टूडेंट्स विभिन्न परीक्षाओं की तयारी करने पहुंचते हैं. इस बीच राज सिंह अनुशासन बनाए रखने एवं अन्य कार्यालयीय व्यवस्थाएं संभालते हैं. जब उन्होंने प्रतिदिन इन स्टूडेंट्स को ललक के साथ यहां पढ़ते देखा, तो उनके मन में भी विचार आया कि क्यों न पढाई फिर आगे बढाई जाए. ऐसे में वे भी कभी वाचनालय में स्टूडेंट्स के साथ, तो कभी अपने बेटा-बेटी के साथ पढ़ने बैठने लगे. देखते ही देखते साल बीत गया और उन्होंने राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल से माध्यमिक शिक्षा की परीक्षा पास की. राज सिंह बताते हैं कि जीवन में लेट की सही, आखिरकार दसवीं पास करने का सपना पूरा हुआ.

पढ़ें: केरल : दिव्यांग हारून करीम ने 10वीं की परीक्षा में प्राप्त किया A+

मन्नत हुई पूरी, आज निकलेंगे पदयात्रा पर: राजसिंह ने अपनी मेहनत और लगन के साथ भाग्य को भी आजमाया. उन्होंने मन्नत मांगी थी कि यदि वे उम्र के इस पड़ाव में दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते है तो वे जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर मारूवास-कठार स्थित आणना बावजी के मंदिर तक पदयात्रा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे. राज सिंह की यह मन्नत पूर्ण हुई और शनिवार को वे पदयात्रा पर निकलेंगे.

उदयपुर. जिले के मारूवास वाण की भागल गांव निवासी 52 वर्षीय राज सिंह सदाणा ने दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया (52 year old man passed 10th exam) है. उनके पुत्र किशन सिंह ने नियमित अध्ययन करते हुए तथा पुत्री ममता कंवर भी 10वीं परीक्षा उत्तीर्ण की है.

इस वर्ष अपने बेटे और बेटी के साथ लक्ष्य प्राप्ति करने वाले राजसिंह उदयपुर सूचना केंद्र में लाइब्रेरी बियरर के पद पर 1991 से कार्यरत हैं. पारिवारिक जिम्मेदारी के चलते आज से 35 वर्ष पहले राज सिंह की पढाई छूट गई थी. वक्त का पहिया चलता रहा और राजसिंह 52 साल के हो गए. विभागीय अधिकारियों के मार्गदर्शन से उन्होंने 10वीं की परीक्षा का फॉर्म भरा और परीक्षा पास की. राज सिंह अब उच्च माध्यमिक और फिर स्नातक में प्रवेश लेने के लिए भी उत्साहित हैं.

पढ़ें: मिसाल : दिव्यांग ने पैर से लिखी 10वीं परीक्षा की कॉपी, मिले 424 अंक

ऐसे मिला दसवीं करने का प्रोत्साहन: राज सिंह बताते हैं कि वे सूचना केंद्र उदयपुर में लाइब्रेरी बियरर के पद पर कार्यरत हैं. प्रतिदिन यहां वाचनालय में 150-200 स्टूडेंट्स विभिन्न परीक्षाओं की तयारी करने पहुंचते हैं. इस बीच राज सिंह अनुशासन बनाए रखने एवं अन्य कार्यालयीय व्यवस्थाएं संभालते हैं. जब उन्होंने प्रतिदिन इन स्टूडेंट्स को ललक के साथ यहां पढ़ते देखा, तो उनके मन में भी विचार आया कि क्यों न पढाई फिर आगे बढाई जाए. ऐसे में वे भी कभी वाचनालय में स्टूडेंट्स के साथ, तो कभी अपने बेटा-बेटी के साथ पढ़ने बैठने लगे. देखते ही देखते साल बीत गया और उन्होंने राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल से माध्यमिक शिक्षा की परीक्षा पास की. राज सिंह बताते हैं कि जीवन में लेट की सही, आखिरकार दसवीं पास करने का सपना पूरा हुआ.

पढ़ें: केरल : दिव्यांग हारून करीम ने 10वीं की परीक्षा में प्राप्त किया A+

मन्नत हुई पूरी, आज निकलेंगे पदयात्रा पर: राजसिंह ने अपनी मेहनत और लगन के साथ भाग्य को भी आजमाया. उन्होंने मन्नत मांगी थी कि यदि वे उम्र के इस पड़ाव में दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते है तो वे जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर मारूवास-कठार स्थित आणना बावजी के मंदिर तक पदयात्रा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे. राज सिंह की यह मन्नत पूर्ण हुई और शनिवार को वे पदयात्रा पर निकलेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.