श्रीगंगानगर. पुलिस विभाग में नौकरी के दौरान अपने कर्तव्य के लिए प्राणों को न्यौछावर करने वाले पुरानी आबादी के चौधरी ताराचंद सहारण को एक बार फिर लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें याद किया. वर्षों पहले डाकुओं से लोहा लेते हुए पुलिस अधीक्षक चौधरी ताराचंद सहारन ने अपने फर्ज के लिए प्राणों की बाजी लगा दी थी.
जाट समाज संस्था ने शुक्रवार को अमर शहीद पुलिस अधीक्षक चौधरी ताराचंद सहारण के बलिदान दिवस पर उन्हें शत-शत नमन किया. अमर शहीद चौधरी ताराचंद सहारण के स्मारक स्थल ताराचंद वाटिका में हुए कार्यक्रम में सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने उनकी प्रतिमा के समक्ष श्रद्धा पूर्वक पुष्प अर्पित किए. 2 मिनट का मौन रखकर चौधरी ताराचंद को श्रद्धांजलि दी.
अमर शहीद चौधरी ताराचंद सहारण की स्मृतियों को याद करने के लिए हर साल कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. इसी क्रम में शुक्रवार को अमर शहीद पुलिस अधीक्षक ताराचंद सहारण के बलिदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. पार्षद कृष्ण सिहाग ने बताया कि ताराचंद सहारण पुरानी आबादी थाना क्षेत्र एरिया के ही रहने वाले थे और डाकुओं से लड़ते हुए किस तरह से गौरवशाली इतिहास की रचना की.
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आज हिंदुस्तान के अंदर पुलिस प्रशासन के सामने ऐसे आदर्श बहुत ही सीमित लोगों का मिलेगा, जिनकी समृतियां ने केवल पुलिस विभाग को गौरवान्वित करती हैं, बल्कि समाज को भी एक नई दिशा दिखाती हैं. ऐसे लोगों की वजह से ही देश भर में पुलिस प्रशासन की अलग छवि बनी है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने चौधरी ताराचंद सहारण की प्रेरणादायक बलिदानी जीवन पर प्रकाश डाला. इस मौके पर ताराचंद्र वाटिका के जीर्णोद्धार के लिए जिला प्रशासन तथा नगर परिषद को ज्ञापन सौंपने का भी निर्णय लिया गया.