श्रीगंगानगर. दिल्ली की निजी लैब से महिला की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद बीकानेर जांच करवाने पर रिपोर्ट नेगेटिव आने पर प्रशासनिक अधिकारी भी हैरान है. इस बारे में जिला अस्पताल पीएमओ डॉक्टर केशव कामरा के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने चर्चा की. वहीं प्रशासन ने करोना जांच के लिए सैंपल लेने के तरीके के प्रति संतोष जताया है.
पीएमओ डॉक्टर कामरा ने बताया कि महिला की दिल्ली से जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव होने पर बड़ी सावधानी से मरीज का सैंपल लिया गया था. जिसके बाद बीकानेर में भी इनके सैंपल लिए गए थे, जिनकी दो बार जांच की गई. इन जांचों में मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर यह स्पष्ट है कि सैंपल लेने में जांच करने में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हो सकती. कामरा ने बताया कि दिल्ली में महिला की कोरोना जांच निजी लैब से हुई थी, वहां किस तरीके से जांच हुई है इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता,लेकिन बीकानेर में हुई जांच रिपोर्ट 100 प्रतिशत सही है.
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बता दें कि दिल्ली से लौटी महिला उसके पति और गाड़ी के चालक को कोरोना संदिग्ध मानते हुए जिला प्रशासन ने पहले बीकानेर रेफर करने की तैयारी कर ली थी, लेकिन बुधवार को रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद बीकानेर की चिकित्सा अधिकारियों ने नियमों का हवाला देते हुए तीनों को बीकानेर में रखने से इनकार कर दिया. इस संबंध में जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. केशव कामरा,कोविड-19 चिकित्सक सेवाओं के प्रभारी डॉ.पवन सैनी और बीकानेर के चिकित्सा अधिकारियों से बातचीत की. जिसके बाद जिला प्रशासन ने तीनों को जिला अस्पताल में ही आइसोलेशन सेंटर में रखने का निर्णय लिया है.
कामरा ने बताया कि पूर्व में लिया गया सैंपल करोना नेगेटिव था, फिर से गुरुवार को तीनों का दोबारा सैंपल लिया गया है. इसकी रिपोर्ट शुक्रवार तक प्राप्त होने की उम्मीद है. वहीं गुरूवार तक कुल 925 सैंपल लिए गए है. जिनमें से 780 सैंपल नेगिटिव आ चुके है. ऐसे में गुरूवार को लिए गए 145 सैंपल की रिपोर्ट शुक्रवार तक मिलने की आशंका है.