श्रीगंगानगर. कोरोना संक्रमण को रोकने और संदिग्धों की जांच करने का जिला प्रशासन ने नया तरीका निकाला हैं. जिसके तहत जिला प्रशासन अब जिले के करीब 20 लाख लोगों की सर्वे करवाकर सूची तैयार करेगा. इसकी शुरुआत गुरुवार से जिला मुख्यालय पर होगी. यह कार्य बीएलओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और ग्राम साथिन उनके क्षेत्र के लोगों का स्वास्थ्य सर्वे 9 अप्रैल से 13 अप्रैल तक पूरा करेगा. वहीं जिला मुख्यालय के करीब 2 लाख लोगों के स्वास्थ्य की नए सिरे से सर्वे करेगा.
जिन व्यक्तियों को खांसी, जुकाम, बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, गले में दर्द और सांस फूलने की तकलीफ हैं. उनकी एंट्री लाल स्याही से की जाएगी. सामान्य व्यक्तियों की एंट्री नीली स्याही से होगी. लाल स्याही से दर्ज एंट्रियों की सूचना रोजाना चिकित्सा विभाग के बीसीएमओ कार्यालय को दी जाएगी. इन व्यक्तियों की अगले दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम स्वास्थ्य परीक्षण करेगी.
पढ़ेंः जोधपुर: फर्जी तरीके से राशन लेने वाले 3 डीलरों के खिलाफ FIR, लाइसेंस रद्द
इस सर्वे के लिए 1500 बीएलओ और 1500 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है. साथ ही सर्वे पोलिंग बूथ एरिया के आधार पर होगा. इसमें बुखार, जुकाम, गला खराब और सांस में तकलीफ के रोगियों को चिन्हित किया जाएगा. जिसके बाद उनकी कैटेगरी वाइज जांच की जाएगी. सर्वे के बाद लोगों को सर्वे ऐप भी मोबाइल फोन में डाउनलोड करवाया जाएगा ताकि वह खुद भी फीडबैक दे सकें.
उपखंड अधिकारी उमेद सिंह रत्नू ने बताया कि कांटेक्ट डायरी संधारित करके काफी हद तक कोरोना संक्रमण को फैलने से रोक लगाई जा सकती है. सर्वे के दौरान सर्वे टीम के सदस्य कम से कम 2 से 3 मीटर दूरी पर रह कर प्रत्येक घर के सदस्य के नाम और उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेकर सर्वे फार्म में एंट्री कर हस्ताक्षर करवाया जाएगा. अगर किसी को लक्षण हुए तो उसकी स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच कर तुरंत इलाज देगी. वहीं ज्यादा तकलीफ होने पर जिला अस्पताल स्तर पर जांच की जाएगी, ताकि वह स्वस्थ रहे.
पढ़ेंः Corona Update: प्रदेश में कोरोना के 40 नए केस आए सामने...
वहीं जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए एप को नागरिक अपने मोबाइल में डाउनलोड कर खुद परिवार का स्वास्थ्य सर्वे कर सकता है. साथ ही हर 3 दिन बाद नया सर्वे कर सकता है. इसमें किसी व्यक्ति को खांसी, जुकाम, बुखार आदि के लक्षण पर स्वास्थ्य विभाग को फीडबैक दे सकता है. ऐसे में सर्वे के दौरान नागरिकों को किसी प्रकार की जानकारी नहीं छुपाने की बात कही गई है. सर्वे के बारे में उपखंड अधिकारी उमेद सिंह रत्नू ने ईटीवी भारत से बात करते हुए पूरी जानकारी दी है.