श्रीगंगानगर. भ्रूण लिंग जांच मामले में पीसीपीएनडीटी टीम द्वारा कार्रवाई में पकड़े गए डॉक्टर अतुल बंसल व जनता अस्पताल में पीआरओ का काम करने वाली महिला सिमरन को अतिरिक्त वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश संख्या एक के न्यायालय में पेश किया गया. वकीलों की हड़ताल के चलते न्यायालय ने मामले पर सोमवार को सुनवाई स्थगित करते हुए मंगलवार का समय रखा है. अब न्यायालय दोनों आरोपियों की जमानत प्रार्थना पत्र पर मंगलवार सुनवाई करेगा
पकडे़ गए दोनों आरोपियों को न्यायालय ने जेल भेज दिया. पीसीपीएनडीटी टीम द्वारा डिकॉय ऑपरेशन की कार्रवाई में पकड़े गए डॉक्टर व महिला को जिला अस्पताल में ले जाकर मेडिकल करवाया गया. उसके बाद दोनों आरोपियों को टीम ने न्यायालय में पेश किया. उधर पीसीपीएनडीटी टीम की कार्रवाई में पकड़े गए डॉक्टर ने टीम पर गंभीर आरोप लगाते हुए खुद को निर्दोष बताया और मामला झूठा बता कर खुद को फंसाने की बात कही है.
आपको बता दें कि रविवार शाम 17 जेड गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बतौर चिकित्सा प्रभारी नियुक्त चिकित्सक डॉ अतुल बंसल मीरा मार्ग स्थित जनता हॉस्पिटल में मिला. जबकि महिला सिमरन यहां हॉस्पिटल में पीआरओ का काम करती है. आरोप है कि चिकित्सक व महिला ने मामले में डिकॉय गर्भवती महिला से 25000 में सौदा तय किया और जिला मुख्यालय पर भ्रूण लिंग जांच करने बुलाया. यहां सिमरन मिली और गर्भवती से 15000 रुपए लिए. जबकि बाकी के लिए कहा कि अबॉर्शन करवाना पड़ा तो अलग से देने पड़ेंगे. इस प्रकार पीसीपीएनडीटी टीम द्वारा मामले में दोनों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ कर कार्रवाई को अंजाम दिया था.