श्रीगंगानगर. कोरोना संकट काल में राजस्थान रोडवेज की बंद पड़ी सेवाएं अब धीरे-धीरे पटरी पर आने लगी हैं. श्रीगंगानगर से जयपुर और हरिद्वार के बाद अब रोडवेज प्रबंधन ने कोटा, बीकानेर के साथ-साथ आस-पास के जिलों में भी अपनी सेवाएं शुरू कर दी है.
अस्थियां विसर्जन के लिए मोक्ष कलश नाम से हरिद्वार की यात्रा पर जाने वाली बस में भी अब यात्री भार बढ़ने लगा है. रोडवेज डिपो प्रबंधक मनोज बंसल ने बताया कि गुरुवार से नई सेवाएं शुरू की गई है. जिसमें सुबह कोटा, बीकानेर और जयपुर के लिए डिमांड के अनुसार बस चलाई गई है.
पढ़ेंः शर्मनाक! चचेरी बहन का नहाते हुए बनाया Video, फिर 6 साल तक किया शोषण
वहीं, डिलक्स डिपो ने भी श्रीगंगानगर से जयपुर के लिए वोल्वो बस शुरू की है. रोडवेज ने अलग-अलग रूटों पर यात्री भार के अनुसार बसों का संचालन शुरू किया है. मोक्ष कलश में हरिद्वार के लिए जाने वाले लोगों को राज्य सरकार द्वारा निशुल्क यात्रा की सुविधा दी जा रही है. अस्थियां विसर्जन करने के लिए जाने वाले परिवार के व्यक्ति के साथ एक ही व्यक्ति जा सकता है.
रोडवेज प्रबंधन अब धीरे-धीरे अपनी सभी रूटों की बसों को चलाने की तैयारी शुरु कर ली है. प्रबंधन अब राजस्थान में अलग-अलग रूटों पर चलने वाली बसों को चलाकर गंतव्य तक पहुंचने वाले यात्रियों को रोडवेज सुरक्षित सफर करवाने में लगा हुआ है. डिपो प्रबंधक बंसल ने बताया कि इससे पहले 8 मई को जो सेवाएं शुरू की गई थी. उसमें एक बस श्रीगंगानगर से भादरा तक तो वहीं दूसरी बस श्रीगंगानगर से घड़साना रावला तक शुरू की गई है.
रोडवेज ने जिले में अलग-अलग रूटों पर बस सेवा शुरू कर दी है. इसके अलावा डिपो प्रबंधन ने कुछ बसें ड्राइवर कंडक्टर के साथ अलग से बस अड्डा पर स्पेयर में रखी है. जिससे यात्रियों का भार अधिक होने पर कोविड-19 के तहत बनाए नियमों को ध्यान में रखते हुए बसें चलाई जा सके. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए बसों को ड्यूटी ऑफ होने के बाद डिपो में पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाता है और पूरी एहतियात के साथ यात्रियों को राजस्थान रोडवेज में सुरक्षित सफर करवाया जा रहा है.