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श्रीगंगानगर: नशा मुक्ति संचालक के खिलाफ कार्रवाई में देरी से पुलिस पर उठे सवाल

श्रीगंगानगर के आशा नशा मुक्ति केंद्र में एक युवक की पीट-पीट कर हत्या का मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस ने देर रात संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. नशा मुक्ति केंद्र संचालक के खिलाफ कार्रवाई में हुई इस देरी के कारण पुलिस की कार्यशैली पर सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने सवाल उठाए हैं.

Sriganganagar Drug Addiction Center, murder in Sriganganagar
नशा मुक्ति संचालक के खिलाफ कार्रवाई में देरी से पुलिस पर उठे सवाल
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Published : Aug 19, 2020, 8:05 PM IST

श्रीगंगानगर. शहर के आशा नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र में नरेश जाखड़ नामक युवक की पीट-पीटकर हत्या के बाद पुलिस ने नशा मुक्ति केंद्र संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की है. युवक को पीटने का वीडियो वायरल होने और मामला पुलिस महानिदेशक जयपुर तक पहुंचने के बाद पुलिस ने देर रात मुकदमा दर्ज किया. मामले में पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है.

नशा मुक्ति संचालक के खिलाफ कार्रवाई में देरी से पुलिस पर उठे सवाल

वहीं नशा मुक्ति केंद्र में युवक को पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने भी आक्रोश प्रकट करते हुए पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं. पुलिस अब इस पूरी घटना से बचने के लिए मेडिकल जूरिस्ट को कोरोना पॉजिटिव होने के चलते पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने में देरी बताकर मामले पर पर्दा डालना चाह रही है. पुलिस अधीक्षक ने मामले में बात करनी तो नहीं चाहिए, लेकिन पुलिस की कार्यशैली कई सवाल खड़े करती है.

पढ़ें- DGP की भी नहीं सुन रहे श्रीगंगानगर SP, युवक की पिटाई से मौत के मामले में अब तक FIR दर्ज नहीं

28 जुलाई की रात नरेश जाखड़ नाम के व्यक्ति को आशा नशा मुक्ति केंद्र के हॉल में बेड से हाथ-पैर बांधकर 5 युवकों ने बारी-बारी से बुरी तरह पीटा. यह घटनाक्रम रात 8 से 11 बजे तक चला, जिसके बाद नरेश कुमार की मौत हो गई. 2 अगस्त को परिजन जांच अधिकारी हवलदार लीलाधर के साथ केंद्र पहुंचे. फुटेज देखें तो पूरी वारदात कैमरे में कैद मिल गई. परिजनों ने सदर एसएचओ हनुमाना राम विश्नोई को हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की, लेकिन पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का बहाना बनाकर मामला दर्ज नहीं किया.

वहीं 4 अगस्त को परिजन एसपी राजन दुष्यंत से मिले तो उन्होंने भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया. इससे परिवादी निराश हो गए और न्याय के लिए भटकते रहें. मामला पुलिस महानिदेशक जयपुर तक पहुंचने व मीडिया में आने के बाद पुलिस पर दबाव आया और पुलिस ने देर रात मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. घटना के विरोध में सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर जिले में अवैध रूप से चल रहे नशा मुक्ति केंद्रों के संचालकों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.

पढ़ें- पुलिस ने जिसे बताया सामान्य मौत वो निकला मर्डर केस, DGP ने SP को फटकारा

उधर, मामले में श्रीकरणपुर विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर ने एसपी से मिलकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है. कांग्रेसी विधायक कुन्नर ने कहा कि मामले में पुलिस ने देरी की है और मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस हरकत में आई है. ऐसे में सदर पुलिस थाना में जांच ना करवा कर किसी दूसरे अधिकारी से जांच करवाई जाए और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए.

श्रीगंगानगर. शहर के आशा नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र में नरेश जाखड़ नामक युवक की पीट-पीटकर हत्या के बाद पुलिस ने नशा मुक्ति केंद्र संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की है. युवक को पीटने का वीडियो वायरल होने और मामला पुलिस महानिदेशक जयपुर तक पहुंचने के बाद पुलिस ने देर रात मुकदमा दर्ज किया. मामले में पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है.

नशा मुक्ति संचालक के खिलाफ कार्रवाई में देरी से पुलिस पर उठे सवाल

वहीं नशा मुक्ति केंद्र में युवक को पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने भी आक्रोश प्रकट करते हुए पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं. पुलिस अब इस पूरी घटना से बचने के लिए मेडिकल जूरिस्ट को कोरोना पॉजिटिव होने के चलते पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने में देरी बताकर मामले पर पर्दा डालना चाह रही है. पुलिस अधीक्षक ने मामले में बात करनी तो नहीं चाहिए, लेकिन पुलिस की कार्यशैली कई सवाल खड़े करती है.

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28 जुलाई की रात नरेश जाखड़ नाम के व्यक्ति को आशा नशा मुक्ति केंद्र के हॉल में बेड से हाथ-पैर बांधकर 5 युवकों ने बारी-बारी से बुरी तरह पीटा. यह घटनाक्रम रात 8 से 11 बजे तक चला, जिसके बाद नरेश कुमार की मौत हो गई. 2 अगस्त को परिजन जांच अधिकारी हवलदार लीलाधर के साथ केंद्र पहुंचे. फुटेज देखें तो पूरी वारदात कैमरे में कैद मिल गई. परिजनों ने सदर एसएचओ हनुमाना राम विश्नोई को हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की, लेकिन पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का बहाना बनाकर मामला दर्ज नहीं किया.

वहीं 4 अगस्त को परिजन एसपी राजन दुष्यंत से मिले तो उन्होंने भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया. इससे परिवादी निराश हो गए और न्याय के लिए भटकते रहें. मामला पुलिस महानिदेशक जयपुर तक पहुंचने व मीडिया में आने के बाद पुलिस पर दबाव आया और पुलिस ने देर रात मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. घटना के विरोध में सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर जिले में अवैध रूप से चल रहे नशा मुक्ति केंद्रों के संचालकों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.

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उधर, मामले में श्रीकरणपुर विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर ने एसपी से मिलकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है. कांग्रेसी विधायक कुन्नर ने कहा कि मामले में पुलिस ने देरी की है और मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस हरकत में आई है. ऐसे में सदर पुलिस थाना में जांच ना करवा कर किसी दूसरे अधिकारी से जांच करवाई जाए और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए.

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