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फीस के नाम पर निजी स्कूलों की प्रताड़ना, अभिभावकों ने दिया सीएम और शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन

श्रीगंगानगर शहर के एक निजी स्कूल पर फीस का दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. अभिभावकों ने बताया कि स्कूल संचालक फीस न देने पर ऑनलाइन क्लास बंद कर अगली कक्षा में प्रवेश नहीं देने की बात कह रहे हैं.

Protest against private school, Protest of parents
फीस के नाम पर निजी स्कूलों की प्रताड़ना
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Published : Aug 14, 2020, 5:23 PM IST

श्रीगंगानगर. कोरोना संकट काल में पिछले 5 माह से स्कूल कॉलेज बंद हैं. सरकार ने पहले ही आदेश जारी कर कहा है कि जब तक स्कूल बंद रहेंगे, तब तक निजी स्कूल संचालक अभिभावकों से फीस वसूल नहीं करेंगे, लेकिन निजी स्कूलों की मनमानी लगातार जारी है. निजी स्कूल कोरोना संकटकाल में बगैर कक्षा लगाए अभिभावकों से फीस लेने का लगातार दबाव बना रहे हैं.

फीस के नाम पर निजी स्कूलों की प्रताड़ना

निजी स्कूलों ने अब ऑनलाइन कक्षाओं के नाम पर फीस का दबाव अभिभावकों और बच्चों पर बनाना शुरू कर दिया है. जो अभिभावक अपने बच्चों के लिए ऑनलाइन कक्षा नहीं लगाते हैं, उन्हें स्कूल संचालक प्रताड़ित करते हुए स्कूल में प्रवेश नहीं देने का दबाव बना रहे हैं. श्रीगंगानगर शहर में ऐसा ही मामला गुड शेफर्ड पब्लिक स्कूल का सामने आया है.

पढ़ें- जोधपुर: लोहावट में किसानों ने आंदोलन के 10वें दिन निकाली आक्रोश रैली, समर्थन में बाजार रहे बंद

इस स्कूल पर अभिभावकों ने मनमानी का आरोप लगाते हुए फीस के लिए दबाव बनाने की बात कही है. अभिभावक संघर्ष समिति के सदस्य कमल नारंग ने बताया कि मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है. अभिभावकों की मानें तो निजी स्कूल ने सरकार के नियमों के विपरीत बच्चों की फीस ना भरे जाने की वजह से ऑनलाइन क्लास बंद कर बच्चों का नाम ऑनलाइन क्लास से काट दिया है, जिससे बच्चे ना केवल चिंतित हैं, बल्कि मानसिक तनाव में आते जा रहे हैं.

पढ़ें- अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता सप्ताह का आयोजन, बच्चों को घर पर पढ़ने के लिए किया जाएगा प्रेरित

कोरोना की वजह से एक बार भी स्कूल ना लगने के बावजूद निजी स्कूल राज्य सरकार के आदेशों के विपरीत लगातार फीस की मांग कर रहे हैं. अभिभावकों ने बच्चों को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए बच्चों का नाम स्कूल में दोबारा लिखवाने की मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से मांग करते हुए ऐसे निजी स्कूलों के खिलाफ कारवाई करने की गुहार लगाई है.

श्रीगंगानगर. कोरोना संकट काल में पिछले 5 माह से स्कूल कॉलेज बंद हैं. सरकार ने पहले ही आदेश जारी कर कहा है कि जब तक स्कूल बंद रहेंगे, तब तक निजी स्कूल संचालक अभिभावकों से फीस वसूल नहीं करेंगे, लेकिन निजी स्कूलों की मनमानी लगातार जारी है. निजी स्कूल कोरोना संकटकाल में बगैर कक्षा लगाए अभिभावकों से फीस लेने का लगातार दबाव बना रहे हैं.

फीस के नाम पर निजी स्कूलों की प्रताड़ना

निजी स्कूलों ने अब ऑनलाइन कक्षाओं के नाम पर फीस का दबाव अभिभावकों और बच्चों पर बनाना शुरू कर दिया है. जो अभिभावक अपने बच्चों के लिए ऑनलाइन कक्षा नहीं लगाते हैं, उन्हें स्कूल संचालक प्रताड़ित करते हुए स्कूल में प्रवेश नहीं देने का दबाव बना रहे हैं. श्रीगंगानगर शहर में ऐसा ही मामला गुड शेफर्ड पब्लिक स्कूल का सामने आया है.

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इस स्कूल पर अभिभावकों ने मनमानी का आरोप लगाते हुए फीस के लिए दबाव बनाने की बात कही है. अभिभावक संघर्ष समिति के सदस्य कमल नारंग ने बताया कि मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है. अभिभावकों की मानें तो निजी स्कूल ने सरकार के नियमों के विपरीत बच्चों की फीस ना भरे जाने की वजह से ऑनलाइन क्लास बंद कर बच्चों का नाम ऑनलाइन क्लास से काट दिया है, जिससे बच्चे ना केवल चिंतित हैं, बल्कि मानसिक तनाव में आते जा रहे हैं.

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कोरोना की वजह से एक बार भी स्कूल ना लगने के बावजूद निजी स्कूल राज्य सरकार के आदेशों के विपरीत लगातार फीस की मांग कर रहे हैं. अभिभावकों ने बच्चों को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए बच्चों का नाम स्कूल में दोबारा लिखवाने की मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से मांग करते हुए ऐसे निजी स्कूलों के खिलाफ कारवाई करने की गुहार लगाई है.

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