रींगस (सीकर). संतोषपुरा निवासी दो युवकों ने इस्तगासे के जरिए शादी के नाम पर 13 लाख रुपए ठगने का मामला दर्ज करवाया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार संतोषपुरा निवासी जगदीश और श्यामलाल पुत्र गोविंद राम जाट ने मामला दर्ज करवाया कि उनके पिता का देहांत वर्ष 2012 में हो गया था. उनके पड़ोस में रहने वाले उनके चाचा बंशीधर पुत्र कानाराम जाट का उनके घर आना जाना था. इसी का फायदा उठाकर बंशीधर, उसकी पत्नी मूली देवी, डूकिया खाटूश्यामजी निवासी गोठी देवी पत्नी गणपतराम, वार्ड 21 रींगस निवासी मदनलाल और उसकी पत्नी पार्वती देवी ने उन दोनों भाइयों को शादी करवाने का झांसा दिया. साथ ही कहा कि मदन लाल की साली अंजू देवी के दो लड़की है. जो रींगस के वार्ड 21 में रहती है. लड़कियों के पिता का देहांत हो चुका है. इसलिए शादी का खर्चा लड़कों को ही उठाना पड़ेगा.
पीड़ित युवकों के चाचा बंशीधर ने युवकों से 15 लाख रुपए की मांग रखी थी.बाद में 13 लाख रुपए देने की बात पर सहमति बन गई.पीड़ित जगदीश और श्यामलाल ने 16 जुलाई 2018 को 9 लाख और 19 जुलाई को 4 लाख रुपये शादी के लिए आरोपियों को दिए. सभी आरोपी एक राय होकर 23 जुलाई 2018 को रींगस कस्बे के खाटू मोड़ स्थित सुहाग पैराडाइज में दोनों युवकों की शादी पूजा और रोशनी नाम की दो लड़कियों से करवा दी. शादी के कुछ दिनों बाद ही दोनों लड़कियां ससुराल में एक-दो दिन रुकती और कुछ भी बहाना बना कर बिना बताए घर से चली जाती.
पूजा नाम की लड़की 28 मार्च 2019 को बिना बताए घर से लापता हो गई और रोशनी नाम की लड़की 2 मई 2019 से फरार है. दोनों दुल्हनें अपने गहनों के साथ-साथ अपनी सास के गहनें भी लेकर फरार हो गई. दोनों लड़कों ने बिचोलिए बंशीधर और मदनलाल को मामले से अवगत करवाया तो दोनों ने कहा कि हमारा काम केवल शादी करवाना था. पीड़ित युवकों ने जब अपने स्तर पर दुल्हनों की खोज की तो पता चला दुल्हन पूजा, रोशनी और उनकी मां अंजू देवी कभी भी रींगस के वार्ड 21 में नहीं रही. थाने के एएसआई जगदीश प्रसाद गुर्जर ने बताया की कोर्ट इस्तगासे के जरिए श्याम लाल एवं जगदीश जाट से शादी के नाम पर 13 लाख रुपए ठगने व दोनों दुल्हनों द्वारा गहनें लेकर फरार होने का मामला दर्ज हुआ है. जिसकी जांच कर रहे हैं.