जयपुर: राजस्थान में संगठन चुनाव में हो रही देरी बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष की नाराजगी की वजह बनी. बीएल संतोष ने संगठन चुनावों को लेकर प्रदेश बीजेपी नेताओं की 'क्लास' लगाई. उन्होंने अपनी मर्जी से 50 प्रतिशत का बैरियर लगाने पर भी नाराजगी जताई और शतप्रतिशत चुनाव कराने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यूपी, राजस्थान जैसे राज्यों के लिए ये नियम नहीं है. क्या नेताओं ने मंडल चुनावों में विवाद से बचने के लिए अपनी मर्जी से ही बैरियर लगा लिया ?
बीएल संतोष की नाराजगी : दरअसल, प्रदेश में संगठन पर्व चल रहा है, जिसके तहत बूथ कमेटी से मंडल, जिला और प्रदेश अध्यक्ष के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा. बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव 20 फरवरी तक चुना जाना है, लेकिन राजस्थान में बीजेपी संगठन चुनावों में देरी हो रही है. संगठन चुनाव में हो रही लेटलतीफी हुई तो समीक्षा करने बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष जयपुर पहुंचे. बीएल संतोष ने रविवार को करीब चार घंटे तक प्रदेश के बीजेपी नेताओं की जमकर क्लास ली और देरी पर डांट भी पिलाई.
उन्होंने चुनाव में लगे नेताओं से न केवल इस लेटलतीफी का कारण पूछा, वरन अपनी मन मर्जी से बेरियर लगाने पर लताड़ लगाई. बीएल संतोष ने कहा- यह बैरियर दूसरे राज्यों के लिए है, न कि राजस्थान और यूपी जैसे राज्यों के लिए. अपनी मन मर्जी से नए नए नियम लागू नहीं किए जाए. संतोष ने कहा कि तमिलनाडू, केरल, आंधप्रदेश जैसे राज्य जहां बीजेपी का प्रभाव ज्यादा नहीं है, वहां मंडल और जिला अध्यक्षों के चुनाव में 50 प्रतिशत का बैरियर लगाया हुआ है.
बीएल संतोष ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नारायण लाल पंचारिया से चुनाव में हो रही लेटलतीफी पर सवाल किया. पंचारिया ने कहा कि 50 प्रतिशत मंडलों की घोषणा पूरी होने की बात कही तो बीएल संतोष ने दो टूक कहा कि काम ठीक चल रहा है, लेकिन धीमी गति से चल रहा है. पहले सभी मंडल अध्यक्षों का निर्वाचन किया जाए, इसके बाद ही जिला अध्यक्षों की घोषणा की जाए.
वन टू वन संवाद किया : प्रदेश में संगठन चुनाव को लेकर हुई समीक्षा बैठक में प्रदेश प्रभारी डॉ. राधा मोहनदास अग्रवाल, सह प्रभारी ऋतुराज सिन्हा, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, प्रदेश चुनाव अधिकारी नाराायण लाल पंचारिया, सदस्यता अभियान संयोजक अरुण चतुर्वेदी, सक्रिय सदस्यता अभियान संयोजक ओंकार सिंह लखावत मौजूद रहे. बैठक की अगुवाई कर रहे बीएल संतोष ने पार्टी के जिलाचुनाव प्रभारियों से वन टू वन संवाद किया. उन्होंने एक-एक जिला चुनाव प्रभारी से पूरे मंडलों के अध्यक्ष घोषित करने में आ रही दिक्कतों के बारे में पूछा तो जिला अध्यक्षों ने दो से पांच दिन का समय मांगा, साथ ही जनप्रतिनिधियों से किसी प्रकार की दिक्कत को लेकर सवाल किया. सभी जिला अध्यक्षों ने जनप्रतिनिधियों से हो रही दिक्कत को लेकर इनकार किया.
मंडल अध्यक्षों में नहीं बन रही सहमति : बता दें कि प्रदेश में संगठन पूर्व के तहत मंडल अध्यक्ष के चुनाव 2 से 5 दिसंबर तक 51735 बूथ अध्यक्ष अध्यक्ष के चुनाव, 6 से 15 दिसंबर 1139 मडंल अध्यक्ष और 30 दिसंबर तक जिला अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया पूरी होनी थी, लेकिन 13 जनवरी तक मंडल अध्यक्ष के चुनाव तक पूरे नहीं हो सके. अब जब चुनाव में देरी हुई तो राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष की ओर से जताई गई नाराजगी पर जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया चल रही है. कुछ देरी हुई है. परिवार के मुखिया होने के नाते उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं. बैठक में उन्होंने चुनाव प्रक्रिया को तेजी लाने और समय बाद पूरा करने के निर्देश दिए हैं. मदन राठौड़ ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में अध्यक्ष की भूमिका नहीं होती है. निर्वाचन अधिकारी ही चुनाव कराते हैं, अब उन्हें जो संगठन को निर्देश दिए हैं उसके अनुसार कार्यक्रम पूरा करने हैं. जहां तक राष्ट्रीय संगठन महामंत्री की नाराजगी की बात है तो परिवार के मुखिया होने के नाते जब भी कभी कोई कमी होती है तो उसे नाराजगी जताने का अधिकार है.