श्रीगंगानगर. तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बाद भी सावधानियां नहीं बरती जा रही हैं. कोरोना के कारण स्कूलों में अभी छुट्टियां चल रही हैं, लेकिन स्कूलों में स्टाफ का आना जारी है. इसी बीच शिक्षा विभाग और शहर के 4 नम्बर स्कूल में लापरवाही देखने को मिली. शिक्षा विभाग की ओर से पुरानी आबादी स्थित अनुपम धीगड़ा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में श्रीगंगानगर ब्लॉक के 16 स्कूलों को कक्षा 1 से 12 तक के बच्चों को देने के लिए किताबें वितरण की जा रही हैं. इस वितरण व्यवथा में जो हालात देखे गए उससे बड़ा खतरा सामने आ सकता है.
बता दें कि स्कूल में किताबें वितरण करने के लिए शिक्षा विभाग क्रम वाइज एक-एक स्कूल को बुलाकर किताबें वितरण कर सकता था, लेकिन विभाग ने चार नंबर स्कूल को नोडल बनाकर सारी किताबें एक साथ वितरण करने के लिए सभी स्कूलों को बुला लिया. जिसके बाद स्कूल में ना केवल भारी भीड़ हो गई, बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ती दिखी.
यह भी पढ़ें : अनलॉक 3.0 : केंद्र के बाद राज्य सरकार आज जारी करेगी गाइडलाइन, ये नियम रहेंगे बरकरार
नोडल केंद्र में किताबों के वितरण में भारी लापरवाही बरती गई. शिक्षक किताबें वितरण करने में इतना व्यस्त हो गए कि वे सोशल डिस्टेंस व मास्क लगाना तक भूल गए. यही नहीं किताबें लेने आए शिक्षकों के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं होने से वे पेड़ों के निचे बैठे नजर आए. इस बारे में जब शिक्षकों से पूछा गया कि एक साथ इतनी भीड़ क्यों लगी है तो शिक्षकों ने बताया कि डायरेक्टर साहब के आदेश थे कि किताबों का वितरण एक दिन में ही करना है. उधर, नोडल बनाये गए स्कूल के प्रिंसिपल सुखदेव सिंह कटोच अपनी लापरवाही सुधारने के बजाए सफाई देते नजर आए.