सीकर. नार्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन की का आरोप है कि रेवले विभाग ने कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए सीकर रेलवे स्टेशन से कई पदों को समाप्त कर दिया है. यूनियन का यह भी कहना है कि कर्मचारियों को डेपुटेशन के नाम पर दूसरे स्थान पर भेजा जा रहा है. यूनियन के आक्रोशित कर्मचारियों ने सीकर स्टेशन पर ही बैनर के साथ प्रदर्शन किया.
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन से जुड़े कर्मचारियों ने रेलवे स्टेशन पर विभिन्न मांगों को लेकर रैली निकाली और प्रदर्शन किया. कर्मचारियों का आरोप है कि कोरोना काल में सरकार लगातार इन्हें परेशान कर रही है. यूनियन ने हड़ताल की चेतावनी भी दी है.
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि सीकर रेलवे स्टेशन से कई कर्मचारियों को दूसरी जगह भेजा गया है. इसके साथ-साथ 44 कर्मचारियों को डेपुटेशन के नाम पर अस्थाई तौर पर भेजा गया था और उसके बाद उनका तबादला दूसरी जगह मान लिया गया.
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कर्मचारियों का कहना है कि सरकार उन्हें जानबूझकर प्रताड़ित कर रही है, जबकि सीकर में जितने पदों की जरूरत है, उतने कर्मचारी नहीं रखे जा रहे हैं. कर्मचारियों को दूसरी जगह भेज कर रेलवे की सुरक्षा गाइडलाइन की अवहेलना की जा रही है. इसके साथ-साथ यहां से कर्मचारी हटाने पर यहां से संचालित होने वाली ट्रेनों पर भी असर पड़ेगा. यहां से दिल्ली, हिसार और अन्य रूट की नियमित गाड़ियां चलती है. कर्मचारी हटाने से इन गाड़ियों के संचालन पर भी असर पड़ेगा.