सीकर. नगर निकाय चुनाव को लेकर प्रचार का शोर थम चुका है. सीकर नगर परिषद को लेकर हुए चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता शहर में लगातार घूमे और चुनाव पर नजर बनाए हुए हैं. लेकिन कांग्रेस में जिले का एक भी बड़ा नेता चुनाव में नजर नहीं आया.
जानकारी के मुताबिक सीकर नगर परिषद के चुनाव में स्थानीय विधायक राजेंद्र पारीक और सभापति जीवन खा ही कांग्रेस की पूरी कमान संभाले हुए हैं. जबकि सीकर जिले में पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष चौधरी नारायण सिंह, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और जिलाध्यक्ष पीएस जाट भी सीकर शहर में ही रहते हैं लेकिन किसी ने नगर परिषद चुनाव में कोई रुचि नहीं दिखाई. नगर परिषद में टिकट वितरण से लेकर प्रचार तक यह सभी दिग्गज नेता बाहर रहे.
दूसरी तरफ भाजपा ने पूर्व विधायक रतन जलधारी के साथ-साथ जिला अध्यक्ष विष्णु चेतानी सांसद सुमेधानंद सरस्वती और पूर्व जिला अध्यक्ष और यूआईटी अध्यक्ष रहे हरिराम रणवा ने पूरी ताकत लगा रखी है. टिकट वितरण के दौरान भी भाजपा के सभी नेता एक साथ नजर आए.
आपसी खींचतान बनी कारण
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की आपसी खींचतान और स्थानीय विधायक राजेंद्र पारीक की वजह से बड़े नेता इस चुनाव से दूर रहे हैं. क्योंकि विधायक राजेंद्र पारीक नहीं चाहते कि पार्टी के दूसरे नेता उनके इलाके में हस्तक्षेप करें. पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से आए प्रभारियों ने भी इसको लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी लेकिन सीकर की कमान राजेंद्र पारीक ने किसी दूसरे के हाथ में नहीं जाने दी.
सभापति जीवन खान ही पूरे चुनाव को उनके साथ संभाल रहे हैं. टिकट वितरण के दौरान भी राजेंद्र पारीक ने अपने चहेतों को ही टिकट दिया है दूसरे नेताओं के साथ रहने वाले कार्यकर्ताओं को टिकट से दरकिनार किया गया. हालांकि सभापति का कहना है कि उनके कई नेता कई बार आते हैं सभापति ने तो यहां तक कहा कि वह रात को प्रचार करते हैं जबकि हकीकत यह है कि जिला अध्यक्ष और मंत्री कहीं नजर नहीं आए.