अलवर. बाघ और बाघिनों की मौत के चलते सरिस्का आए दिन विवादों में बना हुआ है. बीते डेढ़ साल में 4 बाघों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं तो वहीं एक बाघ अभी बीमार चल रहा है. उसकी हालात दिनों-दिन खराब होती जा रही है. इन हालातों को देखते हुए सरकार ने सरिस्का में बाघ शिफ्ट करने का फैसला लिया है.
रणथंभौर क्षेत्र में तेजी से बढ़ रही बाघों की संख्या के चलते रणथंभौर से 6 बाघ अन्य अभयारण्यों में शिफ्ट किए जाएंगे. इसमें दो बाघ सरिस्का, दो मुकुंदरा और दो अन्य जगहों पर भेजे जाएंगे. सरिस्का के लिए अच्छी खबर के साथ एक परेशान करने वाली भी सूचना है. दरअसल, जिन बाघों को सरिस्का में शिफ्ट किया जाएगा, वो वे बाघ हैं, जो आए दिन रणथंभौर के बाहरी क्षेत्र में चले जाते हैं और अन्य बाघों से संघर्ष करते हैं. ऐसे में सरिस्का में बाघों के आने के बाद थोड़ी परेशानी बढ़ सकती है.
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सरिस्का के अधिकारियों की मानें तो नए युवा बाद आने से सरिस्का का कुनबा बढ़ सकता है. क्योंकि सरिस्का के सभी बाघ उम्र दराज हो चुके हैं और कुनबा बढ़ाने में सक्षम नहीं है. ऐसे में देखना होगा कि सरिस्का में कब भाग शिफ्ट किए जाते हैं वह उनसे सरिस्का को फायदा होता है या एक बार फिर से सिरस्का विवादों में आता है.