नागौर. जिले के मौलासर कस्बे में एक अजीब ही घटना सामने आई. इस घटना ने हर किसी को हैरान कर दिया. मौलासी कस्बे की ममता कॉलोनी निवासी धनराज शर्मा की मंगलवार देर रात सीकर में मृत्यु हो गई थी. शर्मा की मृत्यु होने के बाद जब शव को लेकर उनके बेटे और पत्नी मौलासर स्थित पैतृक के घर पहुंचे तो यहां पहले से मौजूद मृतक के छोटे बेटे की बहू ने मकान पर केवल अपना हक जताते हुए घर पर ताला लगा दिया और किसी को अंदर प्रवेश नहीं दिया.
इस घटना के साथ ही मृतक के शव को भी बाहर ही रखा गया. जिसने भी घटना को देखा तो वो हैरान रह गया. इस दौरान मृतक धनराज की पत्नी और दोनों बेटे शव को घर के सामने रखकर बहू से विनती करते रहे. लेकिन वो नहीं मानी. सूचना पर मौलासर थाना पुलिस और रिश्तेदार भी मौके पर पहुंच गए. काफी समझाइश के बावजूद महिला ने एक नहीं सुनी.
यह मामला काफी तुल पकड चुका था और लोगों ने इस पूरे मामले की जानकारी मौलासर पुलिस को दी. जिसके बाद मौलासर थाना की अधिकारी सुमन चौधरी सहित पुलिस के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस के अनुसार मृतक के बेटे महेंद्र और उसकी पत्नी सुनीता के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा है, जो न्यायालय में विचाराधीन है. मृतक के शव को घर में ले जाने से रोकने पर रिश्तों में आई खटास का आना भी स्वभाविक है.
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यहां पर उपजे विवाद के कारण मृतक का शव सात घंटे तक घर के सामने सड़क पर रखा रहा. बाद में थानाधिकारी सुमन चौधरी और सरपंच जोगेंद्र बलारा ने भी महिला से समझाइश की, लेकिन उसने समझाइश कर रहे लोगों को आत्मदाह की चेतावनी दी. जिस पर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए महिला पुलिस कर्मियों को दीवार फांद कर अन्दर भेजा और मकान के ताले खोले गए. तब जाकर शव को अंदर लिया और अंतिम संस्कार की तैयारी हुई.
फिलहाल पुलिस की सख्ती के बाद शव का तो अंतिम संस्कार कर दिया गया और दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने को कहा गया है. मौलासर थाना प्रभारी सुमन चौधरी ने बताया कि मृतक धनराज के शव को उसके पैतृक मकान को खुलवाकर अंतिम संस्कार करवा दिया गया है. उसके छोटे बेटे की बहू ने इसका विरोध किया था, जिसे समझाइश कर शांत किया गया है.