नागौर. ख्वाजा गरीब नवाज के मुरीद सूफी हजरत हमीदुद्दीन नागौरी के बड़े उर्स के मौके पर सोमवार को अजमेर दरगाह से चढ़ाने के लिए चादर नागौर आई, जिसका नागौर के तहसील चौक से गाजे-बाजे के साथ जुलूस निकाला गया. इस जुलूस में कलंदरों ने करतब दिखाए और कव्वालों ने कलाम पेश किए. शहर के प्रमुख मार्गों से निकले जुलूस का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया.
इसके बाद सूफी हमीदुद्दीन नागौरी की दरगाह पर चादर चढ़ाकर अकीदत के फूल पेश किए गए. जुलूस में शहर काजी मेहराज उस्मानी, दरगाह बड़े पीर साहब के सज्जाद नशीन सैयद सदाकत अली जिलानी और जोधपुर शहर काजी यूसुफ अली ने चादर के जुलूस में शिरकत की. इस परंपरागत जुलूस को ऊंटनी का जुलूस भी कहा जाता है.
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बता दें कि सूफी हमीदुद्दीन नागौरी की दरगाह के बुलंद दरवाजा पर झंडे की रस्म के साथ 25 दिसंबर को उर्स का आगाज हुआ था. इसके बाद 27, 28 और 29 दिसंबर को क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा उर्स मनाया गया. जिसमें प्रदेश के कई नामचीन कव्वालों ने कलाम पेश किए. साथ ही देश-प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए जायरीनों ने जियारत की और चादर चढ़ाई. वहीं उर्स का समापन 31 दिसंबर को कुल की रस्म के साथ किया जाएगा.