नागौर. जिले के जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय की पार्किंग में खड़ी कार के शीशे तोड़कर डेढ़ लाख रुपए पार कर ले जाने वाली वारदात का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है. घटना को 2 हफ्ते से ज्यादा का समय बीत चुका है लेकिन पुलिस के हाथ अब तक खाली है.
बता दें कि जिले में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि वो पुलिस की नाक के नीचे वारदात को अंजाम देने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. मामला बीती एक मार्च का है. जब नागौर के पुलिस कप्तान के कार्यालय के पार्किग परिसर में पार्क की गई रिटायर्ड पुलिसकर्मी रणजीत सिंह की कार के शीशे तोड़कर कार में रखे हुए डेढ़ लाख रुपए चुरा के ले गए थे.
एसपी कार्यालय से वारदात को अंजाम देकर जाते हुए अपराधियों की तस्वीर सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई थी जिसमें तीन युवक बाइक पर आगे बैग रखकर फरार होते हुए नजर आए थे. रिटायर्ड पुलिसकर्मी, रणजीत सिंह नागौर के गांधी चौक पर स्थित स्टेट बैंक से रुपए निकला कर एसपी कार्यालय पहुंचे थे. उन्होंने रुपए से भरा हुआ अपना बैग कार में रखकर कार को लॉक कर दिया था लेकिन बदमाशों को उनके कार में रुपए रखने की बात पता चल गई.
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ऐसे में बदमाशों ने बेखौफ होकर एसपी कार्यालय परिसर में ही कार के शीशे को तोड़कर कार में रखे हुए रुपए चोरी करके फरार हो गए. इस बारे में नागौर जिला पुलिस अधीक्षक श्वेता धनकड़ का कहना है कि मामले में अनुसंधान जारी है एक विशेष टीम इसके लिए काम कर रही है और जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया है उससे लगता है कि ये मध्यप्रदेश की कुख्यात कड़िया गैंग से जुड़े युवकों का काम हो सकता है. पुलिस इस दिशा में पूरी तत्परता से काम कर रही है और जल्द ही अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.