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विधानसभा उप चुनाव: खींवसर में 4258 मतदाता पहली बार चुनेंगे विधायक, लोस चुनाव के बाद कम हुए 25 मतदाता

नागौर जिले की खींवसर विधनसभा सीट पर चुनावी समर जोर पकड़ता जा रहा है. प्रत्याशी जहां ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ने की जुगत लगा रहे हैं. वहीं, प्रशासन ज्यादा से ज्यादा लोगों को मतदान बूथ तक पहुंचाने की कवायद में जुटा है. आंकड़ों पर गौर करें तो विधानसभा चुनाव 2018 की तुलना में खींवसर में 4258 मतदाता बढ़े हैं. जबकि लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में यहां 25 मतदाता कम हुए हैं.

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Published : Oct 14, 2019, 7:44 PM IST

नागौर. जिले के खींवसर विधानसभा सीट पर उप चुनाव के लिए जिला प्रशासन जोरशोर से इस कवायद में जुटा है कि ज्यादा से ज्यादा लोग बूथ पर पहुंचकर मताधिकार का प्रयोग करें. बात आंकड़ों की करें तो विधानसभा चुनाव 2018 की तुलना में खींवसर विधनसभा क्षेत्र में उपचुनाव में 4258 मतदाता बढ़े हैं. लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में खींवसर इलाके में 25 मतदाता कम हुए हैं.

पढ़ें- विधानसभा उप चुनाव: खींवसर फिर बनी हॉट सीट...दो प्रत्याशी नहीं, दो परिवारों के वर्चस्व की लड़ाई

निर्वाचन विभाग के आंकड़े बताते हैं विधानसभा चुनाव 2018 के समय खींवसर विधानसभा क्षेत्र में 2,45,897 मतदाता थे. जो लोकसभा चुनाव 2019 में बढ़कर 2,50,180 हो गए. लेकिन उपचुनाव के लिए प्रशासन ने जो सूची अपडेट की है. उसमें 25 मतदाताओं की कमी आई है यानी उपचुनाव में कुल 2,50,155 मतदाता मताधिकार का प्रयोग करेंगे. बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद मतदाताओं के नाम कटवाने या मौत होने के कारण यह कमी आई है.

खींवसर में 4258 मतदाता पहली बार चुनेंगे विधायक

आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि खींवसर विधानसभा सीट क्षेत्र में 164 राजस्व गांव है और कुल 266 बूथ पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. फिलहाल, निर्वाचन विभाग संवेदनशील मतदान केंद्रों की एक बार फिर समीक्षा कर रहा है. ऐसे मतदान केंद्रों पर खास इंतजाम किए जाएंगे. वोटिंग 21 अक्टूबर को होगी, जबकि 24 अक्टूबर को मतगणना की जाएगी.

पढ़ें- विधानसभा उप चुनाव: खींवसर में शिक्षा, चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी... उपचुनाव में यही होंगे मुख्य मुद्दे

आपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में खींवसर से आरएलपी के हनुमान बेनीवाल विधायक बने थे. बाद में लोकसभा चुनाव 2019 में हनुमान बेनीवाल के सांसद बनने से यह सीट खाली हुई और अब यहां उपचुनाव हो रहे हैं. जिसमें भाजपा-आरएलपी गठबंधन से हनुमान बेनीवाल के भाई नारायण बेनीवाल चुनाव मैदान में है तो कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री हरेंद्र मिर्धा ताल ठोक रहे हैं.

नागौर. जिले के खींवसर विधानसभा सीट पर उप चुनाव के लिए जिला प्रशासन जोरशोर से इस कवायद में जुटा है कि ज्यादा से ज्यादा लोग बूथ पर पहुंचकर मताधिकार का प्रयोग करें. बात आंकड़ों की करें तो विधानसभा चुनाव 2018 की तुलना में खींवसर विधनसभा क्षेत्र में उपचुनाव में 4258 मतदाता बढ़े हैं. लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में खींवसर इलाके में 25 मतदाता कम हुए हैं.

पढ़ें- विधानसभा उप चुनाव: खींवसर फिर बनी हॉट सीट...दो प्रत्याशी नहीं, दो परिवारों के वर्चस्व की लड़ाई

निर्वाचन विभाग के आंकड़े बताते हैं विधानसभा चुनाव 2018 के समय खींवसर विधानसभा क्षेत्र में 2,45,897 मतदाता थे. जो लोकसभा चुनाव 2019 में बढ़कर 2,50,180 हो गए. लेकिन उपचुनाव के लिए प्रशासन ने जो सूची अपडेट की है. उसमें 25 मतदाताओं की कमी आई है यानी उपचुनाव में कुल 2,50,155 मतदाता मताधिकार का प्रयोग करेंगे. बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद मतदाताओं के नाम कटवाने या मौत होने के कारण यह कमी आई है.

खींवसर में 4258 मतदाता पहली बार चुनेंगे विधायक

आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि खींवसर विधानसभा सीट क्षेत्र में 164 राजस्व गांव है और कुल 266 बूथ पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. फिलहाल, निर्वाचन विभाग संवेदनशील मतदान केंद्रों की एक बार फिर समीक्षा कर रहा है. ऐसे मतदान केंद्रों पर खास इंतजाम किए जाएंगे. वोटिंग 21 अक्टूबर को होगी, जबकि 24 अक्टूबर को मतगणना की जाएगी.

पढ़ें- विधानसभा उप चुनाव: खींवसर में शिक्षा, चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी... उपचुनाव में यही होंगे मुख्य मुद्दे

आपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में खींवसर से आरएलपी के हनुमान बेनीवाल विधायक बने थे. बाद में लोकसभा चुनाव 2019 में हनुमान बेनीवाल के सांसद बनने से यह सीट खाली हुई और अब यहां उपचुनाव हो रहे हैं. जिसमें भाजपा-आरएलपी गठबंधन से हनुमान बेनीवाल के भाई नारायण बेनीवाल चुनाव मैदान में है तो कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री हरेंद्र मिर्धा ताल ठोक रहे हैं.

Intro:नागौर जिले की खींवसर विधनसभा सीट पर चुनावी समर जोर पकड़ता जा रहा है। प्रत्याशी जहां ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ने की जुगत लगा रहे हैं। वहीं, प्रशासन ज्यादा से ज्यादा लोगों को मतदान बूथ तक पहुंचाने की कवायद में जुटा है।आंकड़ों पर गौर करें तो विधानसभा चुनाव 2018 की तुलना में खींवसर में 4258 मतदाता बढ़े हैं। जबकि लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में यहां 25 मतदाता कम हुए हैं।


Body:नागौर. जिले के खींवसर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए जिला प्रशासन जोर-शोर से इस कवायद में जुटा है कि ज्यादा से ज्यादा लोग बूथ पर पहुंचकर मताधिकार का प्रयोग करें। बात आंकड़ों की करें तो विधानसभा चुनाव 2018 की तुलना में खींवसर विधनसभा क्षेत्र में उपचुनाव में 4258 मतदाता बढ़े हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में खींवसर इलाके में 25 मतदाता कम हुए हैं।
निर्वाचन विभाग के आंकड़े बताते हैं विधानसभा चुनाव 2018 के समय खींवसर विधानसभा क्षेत्र में 2,45,897 मतदाता थे। जो लोकसभा चुनाव 2019 में बढ़कर 2,50,180 हो गए। लेकिन उपचुनाव के लिए प्रशासन ने जो सूची अपडेट की है उसमें 25 मतदाताओं की कमी आई है। यानी उपचुनाव में कुल 2,50,155 मतदाता मताधिकार का प्रयोग करेंगे। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद मतदाताओं के नाम कटवाने या मौत होने के कारण यह कमी आई है।


Conclusion:आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि खींवसर विधानसभा सीट क्षेत्र में 164 राजस्व गांव है और कुल 266 बूथ पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। फिलहाल, निर्वाचन विभाग संवेदनशील मतदान केंद्रों की एक बार फिर समीक्षा कर रहा है। ऐसे मतदान केंद्रों पर खास इंतजाम किए जाएंगे। आपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में खींवसर से आरएलपी के हनुमान बेनीवाल विधायक बने थे। बाद में लोकसभा चुनाव 2019 में हनुमान बेनीवाल के सांसद बनने से यह सीट खाली हुई और अब यहां उपचुनाव हो रहे हैं।
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बाईट - आनंद कुमार, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राजस्थान।
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