नागौर. जिले में अठीयासन गांव के पास रिंग रोड बनाने वाली कंपनी के एक मजदूर कुएं में गिर गया, जिसकी सूचना के बाद नागौर पुलिस की मदद के लिए एसडीआरएफ की 20 सदस्यीय टीम का रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर कुएं से मृतक के शव को बाहर निकाला गया. इसके बाद जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया.
रिंग रोड सड़क निर्माण कर रही एक कंपनी का मजदूर के कुएं में गिरने की सूचना पर नागौर पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा. इस दौरान नागौर कोतवाली थाना अधिकारी चंद्रप्रकाश यादव और सीओ नागौर मुकुल शर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे. जहां कुएं के बाहर मिली चप्पल के आधार पर बिहार के रहने वाले सैफ अली के रूप में पहचान हुई. जिसके बाद स्थानीय संसाधनों की सहायता से शव को बाहर निकालने का काफी प्रयास किया गया.
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इस दौरान सफलता नहीं मिलने के कारण और कुएं में जहरीली गैस की आशंका के चलते अभियान को सोमवार की सुबह तक रोक दिया गया. वहीं, सुबह राज्य आपदा प्रबंधक टीम यानी एसडीआरएफ को सूचित किया गया, जिसके बाद एसडीआरएफ के एसआई नरेश चौहान के नेतृत्व में 20 सदस्यीय टीम अजमेर से नागौर जिले के अठीयासन गांव पहुंची और शव को निकालने के लिए अभियान शुरू किया.
इस बीच कुएं से तेज बदबू आने के बावजूद एसडीआरएफ की टीम ने क्रेन की मदद लेते हुए कुएं से शव को बाहर निकाला. इसके बाद मौके पर मौजूद कोतवाली पुलिस ने शव को नागौर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.
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कोतवाली थाना अधिकारी चंद्रप्रकाश यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि रात्रि में खाना खाते समय जब मजदूरों की गिनती की गई तो 1 मजदूर कम होने की जानकारी मिली तो उसकी तलाश की गई. इस दौरान पास के खेत में बने कुएं के पास चप्पल मिलने से हड़कंप मच गया, चप्पल के आधार पर बिहार के मजदूर सैफ अली के रूप में उसकी पहचान हुई. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है.