नागौर. जिले के मेड़ता रोड थाना इलाके में प्लॉट के विवाद मामले में गवाह को मेड़ता रोड थाना पुलिस की ओर से थाने में बुलाकर उसके साथ बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद पीड़ित ने इस मामले में पुलिस पर आरोप लगाते हुए शुक्रवार को नागौर जिला कलेक्टर के समक्ष पेश होकर न्याय की गुहार लगाई है.
पीड़ित टीका राम बिश्नोई ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि प्लॉट के विवाद में मेड़ता रोड थाना पुलिस ने उन्हें थाने में बुलाया था. इसके बाद यहां पर तैनात मुंशी राम निवास ने रिश्वत की मांग की और जब पीड़ित ने रिश्वत देने से मना कर दिया तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बेरहमी से मारपीट की. जिसके चलते उनकी पीठ पर जख्म के निशान अभी भी कायम हैं.
पढ़ें- बच्चों की मौत पर भाजपा जिस तरह की राजनीति कर रही है वह काफी निंदनीय हैः ममता भूपेश
वहीं, पूरे मामले में मेड़ता रोड SHO मामले को लेकर अज्ञानता जाहिर कर रहे हैं. इस मामले ने एक बार फिर नागौर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. बता देते हैं कि पिछले 3 दिनों से लगातार टीका राम नागौर जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर काट रहा था. जिसके बाद शुक्रवार को जिला कलेक्टर के समक्ष पेश होकर उसने परिवाद दिया और फिर एसपी रामकुमार कस्वां ने पूरे मामले के बारे में जानकारी ली.