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नागौर: प्लॉट के विवाद मामले में गवाह को थाने बुलाकर पुलिस ने पीटा, कलेक्टर के सामने लगाई न्याय की गुहार - Case of beating witness in police station

नागौर के मेड़ता रोड थाना इलाके में प्लॉट के विवाद मामले में गवाह को पुलिस की ओर से थाने में बुलाकर पिटाई करने का मामला सामने आया है. जिसे लेकर पीड़ित ने शुक्रवार को नागौर जिला कलेक्टर के समक्ष पेश होकर पुलिस के खिलाफ लिखित में शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है.

गवाह के साथ थाने में मारपीट,  Witness assaulted in police station
गवाह के साथ मारपीट
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Published : Jan 3, 2020, 10:54 PM IST

नागौर. जिले के मेड़ता रोड थाना इलाके में प्लॉट के विवाद मामले में गवाह को मेड़ता रोड थाना पुलिस की ओर से थाने में बुलाकर उसके साथ बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद पीड़ित ने इस मामले में पुलिस पर आरोप लगाते हुए शुक्रवार को नागौर जिला कलेक्टर के समक्ष पेश होकर न्याय की गुहार लगाई है.

गवाह को थाने में बुलाकर पुलिस ने की पिटाई

पीड़ित टीका राम बिश्नोई ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि प्लॉट के विवाद में मेड़ता रोड थाना पुलिस ने उन्हें थाने में बुलाया था. इसके बाद यहां पर तैनात मुंशी राम निवास ने रिश्वत की मांग की और जब पीड़ित ने रिश्वत देने से मना कर दिया तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बेरहमी से मारपीट की. जिसके चलते उनकी पीठ पर जख्म के निशान अभी भी कायम हैं.

पढ़ें- बच्चों की मौत पर भाजपा जिस तरह की राजनीति कर रही है वह काफी निंदनीय हैः ममता भूपेश

वहीं, पूरे मामले में मेड़ता रोड SHO मामले को लेकर अज्ञानता जाहिर कर रहे हैं. इस मामले ने एक बार फिर नागौर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. बता देते हैं कि पिछले 3 दिनों से लगातार टीका राम नागौर जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर काट रहा था. जिसके बाद शुक्रवार को जिला कलेक्टर के समक्ष पेश होकर उसने परिवाद दिया और फिर एसपी रामकुमार कस्वां ने पूरे मामले के बारे में जानकारी ली.

नागौर. जिले के मेड़ता रोड थाना इलाके में प्लॉट के विवाद मामले में गवाह को मेड़ता रोड थाना पुलिस की ओर से थाने में बुलाकर उसके साथ बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद पीड़ित ने इस मामले में पुलिस पर आरोप लगाते हुए शुक्रवार को नागौर जिला कलेक्टर के समक्ष पेश होकर न्याय की गुहार लगाई है.

गवाह को थाने में बुलाकर पुलिस ने की पिटाई

पीड़ित टीका राम बिश्नोई ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि प्लॉट के विवाद में मेड़ता रोड थाना पुलिस ने उन्हें थाने में बुलाया था. इसके बाद यहां पर तैनात मुंशी राम निवास ने रिश्वत की मांग की और जब पीड़ित ने रिश्वत देने से मना कर दिया तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बेरहमी से मारपीट की. जिसके चलते उनकी पीठ पर जख्म के निशान अभी भी कायम हैं.

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वहीं, पूरे मामले में मेड़ता रोड SHO मामले को लेकर अज्ञानता जाहिर कर रहे हैं. इस मामले ने एक बार फिर नागौर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. बता देते हैं कि पिछले 3 दिनों से लगातार टीका राम नागौर जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर काट रहा था. जिसके बाद शुक्रवार को जिला कलेक्टर के समक्ष पेश होकर उसने परिवाद दिया और फिर एसपी रामकुमार कस्वां ने पूरे मामले के बारे में जानकारी ली.

Intro:rj_ngr_163_medta road police ki brbhta _ मुकदमे में गवाह को मेडता रोड पुलिस ने थाने मे पीटा नागौर पुलिस भले ही अपराधियों में आमजन में विश्वास का दावा करती हो लेकिन नागौर जिले की मेड़ता रोड थाना पुलिस इस स्लोगन पर कायम नहीं है


Body:नागौर जिले के मेड़ता रोड थाना इलाके में प्लॉट के विवाद मामले में गवाह को मेड़ता रोड थाना पुलिस द्वारा थाने में बुलाकर उसके साथ बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है । पीड़ित ने आज नागौर जिला कलेक्टर के समक्ष पेश होकर पूरे मामले में मेड़ता रोड थाना पुलिस की सारी करतूत लिखित में देकर न्याय की गुहार लगाई है । पीड़ित टीका राम बिश्नोई ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि प्लॉट के विवाद में मेड़ता रोड थाना पुलिस के द्वारा उन्हें थाने में बुलाया गया था इसके बाद यहां पर तैनात मुंशी राम निवास ने रिश्वत की मांग की उसके बाद जब पीड़ित ने रिश्वत देने से मना कर दिया तब पुलिसकर्मी को के द्वारा उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। इसके चलते उनकी पीठ पर जख्म के निशान आज भी कायम है। वहीं पूरे मामले में मेड़ता रोड SHO मामले को लेकर अज्ञानता जाहिर कर रहे हैं। वहीं इस मामले में एक बार फिर नागौर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल निशान खड़े हो रहे हैं । आपको बता देते हैं कि पिछले 3 दिनों से लगातार नागौर जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के टीकाराम चक्कर काट रहा था । आखिरकार आज जिला कलेक्टर के समक्ष पेश होकर परिवाद दिया आखिरकार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वां ने पूरे मामले के बारे में जानकारी ली


Conclusion:समझा जा सकता है कि दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले आम लोगों के साथ मेड़ता रोड थाना पुलिस का रवैया कैसा हो सकता है यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि दोषी पुलिसकर्मियों पर नागौर पुलिस अधीक्षक क्या कार्रवाई करते हैं बाइक टीकाराम पीड़ित PTC
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