नागौर. करीब साढ़े पांच साल पहले सऊदी अरब में एक हादसा हुआ था. जिसके लिए एक व्यक्ति पर भारी भरकम जुर्माना लगा दिया गया. जुर्माना नहीं दे पाने के कारण उन्हें जेल भेज दिया गया. अब साढ़े पांच साल बाद जनसहयोग से जुटाई गई जुर्माना राशि जमा करवाने के बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया है.
दरअसल, नागौर जिले में लाडनूं तहसील के रताऊ गांव निवासी गोविंद भाकर करीब आठ साल पहले कमाई के लिए सऊदी अरब गए थे. लेकिन 5 साल पहले वहां एक हादसा हो गया था. जिसके लिए उस पर 72 लाख रुपए का भारी भरकम जुर्माना लगाया गया. जुर्माना नहीं दे पाने के कारण गोविंद को जेल भेज दिया गया.
बता दें कि बुधवार को गोविंद भाकर को 72 लाख रुपए देकर सऊदी अरब से रिहा करवाया गया है. यह राशि सोशल मीडिया और अन्य साधनों के जरिए जुटाई गई थी. गोविंद भाकर के परिवार की हालत काफी कमजोर थी, इसलिए गांव के युवाओं ने सोशल मीडिया के जरिए मदद की गुहार लगाई और 1 साल बाद सभी ने मिलकर 72 लाख रुपए इकट्ठा किए. जिसके बाद गोविंद को रिहाई मिल पाई.
गोविंद भाकर 8 साल पहले सऊदी अरब कमाई करने के लिए गए थे, वहां उनको कंपनी में एक गाड़ी चलाने का काम दिया गया था. उस गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया था और एक आदमी की मौत हो गई थी. जिसके बाद उनको सऊदी अरब की जेल में बंद कर दिया गया और उन पर 72 लाख का जुर्माना लगा दिया गया.
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बता दें कि गोविंद भाकर अपने पिता की इकलौती संतान हैं. परिवार में पत्नी और बच्चे भी हैं. गोविंद की रिहाई की खबर मिलने के बाद परिजनों में खुशी का माहौल है. गोविंद ने उनकी मदद करने वाले सभी लोगों का आभार जताया है. अब उम्मीद है कि गोविंद जल्द ही घर लौटेंगे.