ETV Bharat / city

युवाओं ने सोशल मीडिया पर अपील कर जुटाए ₹72 लाख, जुर्माना भरने के बाद नागौर के गोविंद सऊदी जेल से रिहा

सऊदी अरब की जेल में बंद नागौर निवासी गोविंद भाकर बुधवार को रिहा हो गए हैं. वे करीब साढ़े पांच साल से जेल में बंद थे. जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने सभी मदद करने वालों का आभार जताया है.

सऊदी अरब की जेल में बंद गोविंद, पांच साल के बाद रिहा, from Saudi jail, Govind jailed in Saudi Arabia,
author img

By

Published : Oct 31, 2019, 12:56 PM IST

Updated : Oct 31, 2019, 2:49 PM IST

नागौर. करीब साढ़े पांच साल पहले सऊदी अरब में एक हादसा हुआ था. जिसके लिए एक व्यक्ति पर भारी भरकम जुर्माना लगा दिया गया. जुर्माना नहीं दे पाने के कारण उन्हें जेल भेज दिया गया. अब साढ़े पांच साल बाद जनसहयोग से जुटाई गई जुर्माना राशि जमा करवाने के बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया है.

जुर्माना भरने के बाद नागौर के गोविंद सऊदी जेल से रिहा

दरअसल, नागौर जिले में लाडनूं तहसील के रताऊ गांव निवासी गोविंद भाकर करीब आठ साल पहले कमाई के लिए सऊदी अरब गए थे. लेकिन 5 साल पहले वहां एक हादसा हो गया था. जिसके लिए उस पर 72 लाख रुपए का भारी भरकम जुर्माना लगाया गया. जुर्माना नहीं दे पाने के कारण गोविंद को जेल भेज दिया गया.

बता दें कि बुधवार को गोविंद भाकर को 72 लाख रुपए देकर सऊदी अरब से रिहा करवाया गया है. यह राशि सोशल मीडिया और अन्य साधनों के जरिए जुटाई गई थी. गोविंद भाकर के परिवार की हालत काफी कमजोर थी, इसलिए गांव के युवाओं ने सोशल मीडिया के जरिए मदद की गुहार लगाई और 1 साल बाद सभी ने मिलकर 72 लाख रुपए इकट्ठा किए. जिसके बाद गोविंद को रिहाई मिल पाई.

गोविंद भाकर 8 साल पहले सऊदी अरब कमाई करने के लिए गए थे, वहां उनको कंपनी में एक गाड़ी चलाने का काम दिया गया था. उस गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया था और एक आदमी की मौत हो गई थी. जिसके बाद उनको सऊदी अरब की जेल में बंद कर दिया गया और उन पर 72 लाख का जुर्माना लगा दिया गया.

पढ़ेंः अलवर लिचिंग मामलाः राजस्थान हाईकोर्ट ने पहलू खान और उनके बेटों पर दर्ज FIR रद्द करने के दिए आदेश

बता दें कि गोविंद भाकर अपने पिता की इकलौती संतान हैं. परिवार में पत्नी और बच्चे भी हैं. गोविंद की रिहाई की खबर मिलने के बाद परिजनों में खुशी का माहौल है. गोविंद ने उनकी मदद करने वाले सभी लोगों का आभार जताया है. अब उम्मीद है कि गोविंद जल्द ही घर लौटेंगे.

नागौर. करीब साढ़े पांच साल पहले सऊदी अरब में एक हादसा हुआ था. जिसके लिए एक व्यक्ति पर भारी भरकम जुर्माना लगा दिया गया. जुर्माना नहीं दे पाने के कारण उन्हें जेल भेज दिया गया. अब साढ़े पांच साल बाद जनसहयोग से जुटाई गई जुर्माना राशि जमा करवाने के बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया है.

जुर्माना भरने के बाद नागौर के गोविंद सऊदी जेल से रिहा

दरअसल, नागौर जिले में लाडनूं तहसील के रताऊ गांव निवासी गोविंद भाकर करीब आठ साल पहले कमाई के लिए सऊदी अरब गए थे. लेकिन 5 साल पहले वहां एक हादसा हो गया था. जिसके लिए उस पर 72 लाख रुपए का भारी भरकम जुर्माना लगाया गया. जुर्माना नहीं दे पाने के कारण गोविंद को जेल भेज दिया गया.

बता दें कि बुधवार को गोविंद भाकर को 72 लाख रुपए देकर सऊदी अरब से रिहा करवाया गया है. यह राशि सोशल मीडिया और अन्य साधनों के जरिए जुटाई गई थी. गोविंद भाकर के परिवार की हालत काफी कमजोर थी, इसलिए गांव के युवाओं ने सोशल मीडिया के जरिए मदद की गुहार लगाई और 1 साल बाद सभी ने मिलकर 72 लाख रुपए इकट्ठा किए. जिसके बाद गोविंद को रिहाई मिल पाई.

गोविंद भाकर 8 साल पहले सऊदी अरब कमाई करने के लिए गए थे, वहां उनको कंपनी में एक गाड़ी चलाने का काम दिया गया था. उस गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया था और एक आदमी की मौत हो गई थी. जिसके बाद उनको सऊदी अरब की जेल में बंद कर दिया गया और उन पर 72 लाख का जुर्माना लगा दिया गया.

पढ़ेंः अलवर लिचिंग मामलाः राजस्थान हाईकोर्ट ने पहलू खान और उनके बेटों पर दर्ज FIR रद्द करने के दिए आदेश

बता दें कि गोविंद भाकर अपने पिता की इकलौती संतान हैं. परिवार में पत्नी और बच्चे भी हैं. गोविंद की रिहाई की खबर मिलने के बाद परिजनों में खुशी का माहौल है. गोविंद ने उनकी मदद करने वाले सभी लोगों का आभार जताया है. अब उम्मीद है कि गोविंद जल्द ही घर लौटेंगे.

Intro:सऊदी अरब की जेल में बंद नागौर के लाडनूं कस्बे के रताऊ गांव निवास गोविंद भाकर कल रिहा हो गए हैं। वे करीब साढ़े पांच साल से जेल में बंद थे। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने सभी मदद करने वालों का आभार जताया है।Body:नागौर. करीब आठ साल पहले सऊदी अरब कमाने के लिए गए एक युवक के साथ वहां करीब साढ़े पांच साल पहले एक हादसा होता है और 72 लाख रुपए का भारी भरकम जुर्माना लगा दिया जाता है। जुर्माना नहीं दे पाने के कारण उन्हें जेल भेज दिया जाता है। अब साढ़े पांच साल बाद जनसहयोग से इकट्ठा की गई जुर्माना राशि जमा करवाने के बाद उसे जेल से रिहा किया गया है। यह कहानी है नागौर जिले में लाडनूं तहसील के रताऊ गांव निवासी गोविंद भाकर की।
सऊदी अरब की जेल में बंद नागौर के लाडनूं कस्बे के रताऊ गांव निवास गोविंद भाकर आज रिहा हो गए है। गोविंद भाकर कई सालों से जेल में बंद थे। गोविंद भाकर को 72 लाख रुपए देकर सऊदी अरब से रिहा करवाया गया है। यह राशि सोशल मीडिया और अन्य साधनों के जरिये इकट्ठा की गई थी। गोविंद भाकर के परिवार की हालत काफी कमजोर थी, इसलिए गांव के युवाओं ने सोशल मीडिया के जरिए मदद की गुहार लगाई और 1 साल बाद सभी ने मिलकर 72 लाख रुपए इकट्ठा किए। यह राशि सऊदी अरब में जमा होने के बाद कल गोविंद भाकर को रिहा किया गया है। गोविंद भाकर 8 साल पहले सऊदी अरब कमाई करने के लिए गए थे, वहाँ उनको कम्पनी में एक गाड़ी चलाने का काम दिया गया था। उस गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया और एक आदमी की मौत गई। जिसके बाद उनको सऊदी अरब की जेल में बंद कर दिया गया और उन पर 72 लाख का जुर्माना लगा दिया गया।Conclusion:गोविंद भाकर लाडनूं के रताऊ गांव के रहने वाले हैं और उनके पिता के गोविंद इकलौती सन्तान हैं। परिवार में पत्नी और बच्चे भी हैं। गोविंद की रिहाई की खबर मिलने के बाद परिजनों में खुशी का माहौल है। गोविंद ने उनकी मदद करने वाले सभी लोगों का आभार जताया है। अब उम्मीद है कि गोविंद जल्द ही घर लौटेंगे।
.....
बाईट- गोविंद भाकर, सऊदी अरब की जेल से रिहा होने के बाद।
Last Updated : Oct 31, 2019, 2:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.