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नागौर दलित उत्पीड़न मामला: पीड़ित युवकों से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल, पुलिस की भूमिका पर उठाए सवाल

नागौर में दलित युवकों के साथ हुई मारपीट के मामले की गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर बसपा प्रमुख मायावती इस घटना की निंदा कर चुके हैं. इस मामले में नया मोड़ उस समय आया जब सोमवार को कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए. पढे़ं विस्तृत खबर....

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पीड़ित युवकों से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल
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Published : Feb 24, 2020, 3:52 PM IST

नागौर। नागौर में दलित युवकों के साथ हुई मारपीट के मामले की गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर बसपा प्रमुख मायावती इस घटना की निंदा कर चुके हैं. इस मामले में नया मोड़ उस समय आया जब सोमवार को कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए.

पीड़ित युवकों से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल

प्रदेश में इस समय कांग्रेस की सरकार है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस मामले के प्रकाश में आने के बाद से ही आलोचकों के निशाने पर हैं. ऐसे में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल का पुलिस को कटघरे में खड़ा करना कई अहम सवाल पैदा करता है.

कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव और जिला पुलिस अधीक्षक विकास पाठक से मुलाकात की. दल ने इन दोनों से इस मामले में अब तक की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी जुटाई.

पीड़ित युवकों से भी मिला प्रतिनिधिमंडल....

कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल सदस्य कमल बाकोलिया, राजेंद्र बैरवा और पांचाराम इंद्ररावड की बनी कमेटी ने पीड़ित युवकों और परिजनों से मुलाकात की. दल के सदस्यों ने पीड़ितों से पूरे मामले के बारे में जानकारी ली.

इस दौरान कमल बाकोलिया ने पत्रकारों बातचीत करते हुए कहा कि जिस मोबाइल से वीडियो वायरल हुआ, पुलिस को समय रहते उसे आरोपी से बरामद करना चाहिए था. सुनने में आ रहा है कि उस मोबाइल को फॉर्मेट कर दिया गया है. पुलिस को इस बात का ध्यान रखते हुए अहम सबूत जुटाने होंगे.

यह भी पढ़ेंः स्पेशल स्टोरी: भीलवाड़ा का एकमात्र क्षय रोग निवारण अस्पताल खुद 'बीमार'

नागौर जिला पुलिस अधीक्षक विकास पाठक ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में कई धाराएं और जोड़ी जा रही है. केस ऑफिसर स्कीम के तहत इस मामले को लिया गया है. इस मामले की रोजाना मॉनिटरिंग की जा रही है. जल्द ही जांच पूरी करके चार्जशीट तैयार करके न्यायालय में पेश की जाएगी.

इससे पहले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को पीड़ित युवकों और उनके परिजनों से मुलाकात की थी. इस दौरान बेनीवाल ने इस मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था. उन्होंने भी इस मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे.

पूरा मामला....

यह मामला गत 16 फरवरी का है. दो युवक बाइक की सर्विस करवाने करनूं स्थित एक कम्पनी के सर्विस सेंटर गए थे. इसी दौरान वहां कैश काउंटर से 100-150 रुपए चोरी हो गए. इस पर सर्विस सेंटर पर मौजूद लोगों ने दोनों युवकों पर चोरी का इल्जाम लगाते हुए उनके साथ अमानवीय बर्ताव किया.

दोनों युवकों का कहना है कि वहां मौजूद करीब 8-10 लोगों ने उनके साथ बेरहमी से मारपीट की. इसके बाद इनमें से एक युवक के हाथ-पैर पकड़कर आरोपियों ने उसे पहले तो नग्न कर दिया, इसके बाद उसके प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाल दिया. इतना ही नहीं इसके बाद लोगों ने पीड़ित के प्राइवेट पार्ट में स्क्रूड्राइवर भी डाल दिया.

नागौर। नागौर में दलित युवकों के साथ हुई मारपीट के मामले की गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर बसपा प्रमुख मायावती इस घटना की निंदा कर चुके हैं. इस मामले में नया मोड़ उस समय आया जब सोमवार को कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए.

पीड़ित युवकों से मिला कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल

प्रदेश में इस समय कांग्रेस की सरकार है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस मामले के प्रकाश में आने के बाद से ही आलोचकों के निशाने पर हैं. ऐसे में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल का पुलिस को कटघरे में खड़ा करना कई अहम सवाल पैदा करता है.

कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव और जिला पुलिस अधीक्षक विकास पाठक से मुलाकात की. दल ने इन दोनों से इस मामले में अब तक की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी जुटाई.

पीड़ित युवकों से भी मिला प्रतिनिधिमंडल....

कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल सदस्य कमल बाकोलिया, राजेंद्र बैरवा और पांचाराम इंद्ररावड की बनी कमेटी ने पीड़ित युवकों और परिजनों से मुलाकात की. दल के सदस्यों ने पीड़ितों से पूरे मामले के बारे में जानकारी ली.

इस दौरान कमल बाकोलिया ने पत्रकारों बातचीत करते हुए कहा कि जिस मोबाइल से वीडियो वायरल हुआ, पुलिस को समय रहते उसे आरोपी से बरामद करना चाहिए था. सुनने में आ रहा है कि उस मोबाइल को फॉर्मेट कर दिया गया है. पुलिस को इस बात का ध्यान रखते हुए अहम सबूत जुटाने होंगे.

यह भी पढ़ेंः स्पेशल स्टोरी: भीलवाड़ा का एकमात्र क्षय रोग निवारण अस्पताल खुद 'बीमार'

नागौर जिला पुलिस अधीक्षक विकास पाठक ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में कई धाराएं और जोड़ी जा रही है. केस ऑफिसर स्कीम के तहत इस मामले को लिया गया है. इस मामले की रोजाना मॉनिटरिंग की जा रही है. जल्द ही जांच पूरी करके चार्जशीट तैयार करके न्यायालय में पेश की जाएगी.

इससे पहले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को पीड़ित युवकों और उनके परिजनों से मुलाकात की थी. इस दौरान बेनीवाल ने इस मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था. उन्होंने भी इस मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे.

पूरा मामला....

यह मामला गत 16 फरवरी का है. दो युवक बाइक की सर्विस करवाने करनूं स्थित एक कम्पनी के सर्विस सेंटर गए थे. इसी दौरान वहां कैश काउंटर से 100-150 रुपए चोरी हो गए. इस पर सर्विस सेंटर पर मौजूद लोगों ने दोनों युवकों पर चोरी का इल्जाम लगाते हुए उनके साथ अमानवीय बर्ताव किया.

दोनों युवकों का कहना है कि वहां मौजूद करीब 8-10 लोगों ने उनके साथ बेरहमी से मारपीट की. इसके बाद इनमें से एक युवक के हाथ-पैर पकड़कर आरोपियों ने उसे पहले तो नग्न कर दिया, इसके बाद उसके प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाल दिया. इतना ही नहीं इसके बाद लोगों ने पीड़ित के प्राइवेट पार्ट में स्क्रूड्राइवर भी डाल दिया.

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