नागौर. अजमेर की महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के बहुचर्चित घूसकांड में एसीबी ने कुचामन सिटी के निजी कॉलेज संचालक राजेंद्र चौधरी को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि वह कॉलेज संचालकों का एक ग्रुप बनाकर उनसे रिश्वत लेता था और संबद्धता, सीटें बढ़वाने और परीक्षा केंद्र बनवाने जैसे कामों के लिए सिफारिश करवाता था.
एसीबी का कहना है कि आरोपी राजेंद्र सिंह कॉलेज संचालकों से वसूली गई रिश्वत की रकम वीसी रामपाल सिंह के दलाल रणजीत तक पहुंचाने का काम करता था. इस मामले की जांच कर रहे एसीबी के एएसपी हिमांशु का कहना है कि राजेंद्र चौधरी एमडीएस विश्वविद्यालय में चल रहे घूसखोरी के नेटवर्क की अहम कड़ी है.
वह कॉलेज संचालकों से रिश्वत की मोटी रकम वसूलता था. यह रकम वह दलाल रणजीत तक पहुंचता था. इसके बदले कॉलेज संचालकों के विश्वविद्यालय में अटके हुए काम करवाता था.
उन्होंने बताया कि आरोपी राजेंद्र सिंह को एसीबी के विशेष न्यायालय में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है और पूछताछ की जा रही है. उससे पूछताछ में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है.
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वहीं राजेंद्र सिंह कुचामन सिटी में एक निजी कॉलेज का संचालक है. वह एमडीएस विवि घूसखोरी कांड के अहम आरोपी दलाल रणजीत के सीधे संपर्क में था. रिश्वत के रूप में वसूली जाने वाली राशि भी वह रणजीत को ही देता था. कॉलेजों की संबद्धता, सीट बढ़वाने, परीक्षा केंद्र बनवाने विश्वविद्यालय से संबंधित ऐसे ही कामों के लिए कॉलेज संचालकों से रिश्वत ली जाती थी. एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि आरोपी राजेंद्र चौधरी से पूछताछ के बाद कुछ और लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है.