नागौर. सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को दूसरे दिन भी नागौर में अपने आवास पर जनसुनवाई की और लोगों की समस्याएं जानी. इस दौरान बेनीवाल ने मीडिया से बात करते हुए नागौर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि थानागाजी मामले के बाद अब दिल्ली की दो युवतियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में भी पुलिस ने लापरवाही बरती है. बेनीवाल ने कहा कि वारदात के बाद दोनों युवतियां सदर थाना पहुंची और पुलिस को घटना की जानकारी दी. इसके बावजूद रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की गई.
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने आरोप लगाया कि सीओ एससी एसटी सेल श्रवणदास संत ने मामले में कोताही बरती और बाद में लड़कियों को दिल्ली भेज दिया. मजबूरी में दोनों लड़कियों ने दिल्ली में ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करवाई. बेनीवाल ने कहा कि थानागाजी सामूहिक दुष्कर्म मामले के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एसपी ऑफिस में प्राथमिकी दर्ज करने की व्यवस्था लागू की थी. लेकिन नागौर पुलिस ने ना प्राथमिकी दर्ज की और ना रोजनामचे में रपट डाली.
बेनीवाल ने सीओ एससी एसटी सेल श्रवणदास संत पर हठधर्मिता और लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया. वहीं मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की जांच आईजी स्तर के अधिकारी से करवाने और सीओ श्रवणदास संत को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की है. हालांकि, पुलिस इस मामले में पहले कह चुकी है कि लड़कियों ने लिखित में कोई रिपोर्ट नहीं दी थी. इसलिए मामला दर्ज करने में देरी हुई. इससे पहले जनसुनवाई में आए समर्थकों और पार्टी के कार्यकर्ताओं ने माला और साफा पहनाकर बेनीवाल का सम्मान किया.