नागौर. प्रदेश के 12 जिलों में बिजली छीजत के लगातार बढ़ते आंकड़ों से परेशान बिजली वितरण कंपनियों के लिए अजमेर डिस्कॉम ने एक अनूठा प्रयोग शुरू किया है. इसके तहत अधिशासी अभियंता, अधीक्षण अभियंता और मुख्य अभियंता स्तर के अधिकारी भी उपभोक्ताओं के घर जाकर मीटर की जांच कर रहे हैं. इसके साथ ही उस रीडिंग का डिस्कॉम के रिकॉर्ड से मिलान भी किया जा रहा है. वहीं, दोनों में अंतर पाए जाने पर विभागीय कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जा रही है.
वहीं, डिस्कॉम के इस प्रयोग का नतीजा यह हुआ कि पिछले साल के मुकाबले इस साल नागौर सर्किल में अप्रैल से अक्टूबर महीने के बीच छीजत के कुल आंकड़े में 2.83 फीसदी की कमी आई है. अधिकारियों का कहना है कि जिले में 3 जगहों पर मॉडल जीएसएस बनाए गए हैं. कई और जगहों पर भी मॉडल जीएसएस स्थापित करने का काम चल रहा है. वहीं, इससे छीजत के आंकड़ों में आशातीत कमी आने की उम्मीद भी जताई जा रही है.
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जानकारी के अनुसार नागौर सर्किल में पिछले साल अप्रैल से अक्टूबर महीने के बीच करीब 46.80 फीसदी छीजत थी, जो इस साल घटकर 43.97 फीसदी हुई है. वहीं, डिस्कॉम के रिकॉर्ड के अनुसार मकराना में छीजत 2.37 फीसदी, मेडता में 0.96 फीसदी, डीडवाना में 4.67 फीसदी, कुचामन में 8.02 फीसदी, डेगाना में 15.56 फीसदी और लाडनूं में 10.61फीसदी कम हुई है. हालांकि, नागौर डिवीजन में छीजत के आंकड़े में 0.20 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.