नागौर. प्रदेश में क्षेत्र की दृष्टि से पांचवा और जनसंख्या की दृष्टि से चौथा सबसे बड़ा जिला नागौर होने के बावजूद कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में नागौर में 21 दिनों में 1379 कोरोना से संक्रमित मरीज मिलें है. साथ ही 608 मरीज ठीक होकर अस्पताल से घर भी लौटें है. वहीं दूसरी लहर में 16 मरीजों ने दम तोड़ दिया है. साथ ही नागौर जिले में कोरोना से अब तक 111 लोगों की मौत हुई है. वर्तमान में जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 876 तक जा पहुंची है.
जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार और CEO जिला परिषद जवाहर चौधरी ने जेएलएन अस्पताल का औचक निरीक्षण किया और ऑक्सीजन सप्लायर एजेन्सियों से वार्ता की. कोविड केयर जेएलएन अस्पताल में कोरोना के मरीजों को दी जा रही मेडिसन और अस्पताल के स्टाक और वितरण की जानकारी ली. इस दौरान उनके साथ नागौर JLN के PMO डॉ शंकर लाल नागौर, SDM अमित चौधरी भी साथ रहे.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि नागौर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के कोविड- केयर सेंटर में 56 ऑक्सीजन बेड पर मरीज भर्ती है. वहीं डीडवाना में 3 मकराना में 6 मरीज का उपचार जारी है. नागौर के कोविड केयर सेन्टर में कुल 45 मरीज वेंटिलेटर पर भर्ती है.
नागौर जिले में प्रतिदिन 90 सिलेंडरों की जरूरत पड़ रही है. वर्तमान में नागौर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के पास स्वयं का ऑक्सीजन प्लांट से प्रतिदिन 34 ऑक्सीजन सिलेंडरों बन रहे है जो कोविड के गम्भीर मरीजों के लिए ऑक्सीजन प्लांट से सप्लाई की जा रही है.
इसके साथ ही अन्य जिलों से 60 सिलेंडर प्रतिदिन मंगाए जा रहे हैं. नागौर जिला मुख्यालय पर वार्ड वार सर्वे शुरू किया जाएगा और चिकित्सा विभाग और स्काउट और गाइड की टीमें 5000 मेडिकल किट घर घर जाकर वितरण करेगी राजकीय और निजी चिकित्सालयों के बीच आपसी समन्वय स्थापित कर कोविड मरीजों के उपचार के लिए बेडस की संख्या में आवश्यकता अनुसार बढ़ोतरी की जाएगी और ऐसे भवन जिनका उपयोग कोविड उपचार के लिए कोविड केयर सेंटर के रूप में उपयोग किया जा सकता है उनका चिन्हीकरण कर कोविड सेंटर संचालन की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय गठित दल इस बात की समीक्षा भी करेगा की जिले के डेडीकेटेड कोविड अस्पताल में नजदीकी जिलों से उपचार हेतु आने वाले मरीजों को भी आवश्यक बेड और सुविधाएं उपलब्ध कराए इनके लिए इस बात को नजरअंदाज करें की वे मरीज रेफरेल या बिना रेफरेल के आ रहे है ऐसी स्थिति में दल को आपसी समन्वय स्थापित कर कदम उठाने का प्रयास करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय गठित दल कोविड मरीज एंव उसके परिजन द्वारा बेडस की मांग की जाने पर मरीज की मेडिकल स्थ्तिि के अनुरूप राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों में उपलब्ध रिक्त कोविड बेडस की स्थ्तिि से अवगत कराया जाए.
इण्डियन रेडक्राॅस सोसायटी नागौर ने दिए 2 हजार मास्क
कोरोना जागरूकता जन आन्दोलन अभियान के तहत गुरुवार को शहर में इण्डियन रेडक्राॅस सोसायटी नागौर की ओर से 2 हजार फेस मास्क का वितरण किया गया. संस्था के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी को 1 हजार फेस मास्क उपलब्ध करवाए. इससे कोरोना वार रूम में काम करने वाले कोरोना वाॅरियर्स को फायदा होगा.
साथ ही 500 फेस मास्क कलेक्ट्रेट परिसर में सीएमएचओ डाॅ. मेहराम महिया को मेडिकल स्टाॅफ के लिए संस्था के पदाधिकारियों की ओर से उपलब्ध करवाए गए. संस्था पदाधिकारियों की ओर से 500 मास्क आम जन में कोरोना सेे बचाव के लिए दिए गए. इस अवसर पर संस्था के चैयरमैन रामप्रकाश मिर्धा से जिला कलेक्टर डाॅ. सोनी ने जवाहरलाल नेहरू राजकीय चिकित्सालय में ऑक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध कराने का आग्रह किया जिस पर संस्था की ओर से सहमति प्रदान की गई.