नागौर. कुछ दिन पहले तक कोरोना मुक्त होने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे नागौर जिले में अचानक कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी आई है. जिले में बुधवार को 17 नए कोरोना मरीज पाए गए है. इसके साथ ही जिले में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 213 हो गई है. इनमें से ज्यादातर मरीज रेड जोन इलाकों से आए हुए प्रवासी मरीज है. वहीं जिले में प्रवासियों का आना लगातार जारी है. अब तक 60 हजार से ज्यादा प्रवासी नागौर जिले में प्रवेश कर चुके है. इन प्रवासियों के कारण ही जिले में कोरोना संक्रमण के आंकड़े में तेजी आई है. इसी कारण रेड जोन इलाके से आने वाले प्रवासियों पर नागौर जिला प्रशासन ने विशेष फोकस रखा हुआ है.
नागौर कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि सरकार की ओर से राहत देने के बाद जिले मे 60 हजार के करीब प्रवासी आ चुके हैं. नागौर के बी आर मिर्धा कॉलेज में बने सेंटर में चिकित्सा विभाग की टीमें इन लोगों की सैंपलिंग कर रही है. सैंपलिंग के बाद रेड जोन से आने प्रवासियों को सरकारी भवनों में 14 दिनों के लिये क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है, जिससे गांव में संक्रमण नहीं फैले. साथ ही बताया कि जिले में कोरोना वायरस से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है.
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वहीं कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि अन्य राज्यों से प्रवासी नागौर जिले में वापस लौटने के साथ ही कोरोनावायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होने लगा है. जिले में प्रवासी लोगों की संख्या बढ़ रही है, इसके साथ ही कोरोना महामारी का खतरा भी बढ़ रहा है. वहीं कलेक्टर ने बताया कि बुधवार को पाए गए सभी पॉजिटिव जिले के बासनी कस्बे के रहने वाले हैं, जो रेड जोन इलाके मुंबई से आए थे. इन्हें एहतियात के तौर पर नागौर के माडी देवी महाविद्यालय में रखा गया है. साथ ही संक्रमित मरीजों की कांटेक्ट हिस्ट्री के आधार पर सैंपलिंग का काम जारी है.