नागौर. गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर आखिरकार 11वें दिन सरकार और आंदोलनकारियों में सहमति बनी. इस समझौते पर नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने एक बयान जारी किया है. इसमें बेनीवाल ने सरकार पर पहले भी गुर्जर समाज के साथ वादाखिलाफी करने का आरोप लगाते हुए इस बार समझौते को अक्षरसः लागू करने की मांग रखी है.
-
.@RajGovOfficial को समय रहते गुर्जर समाज के साथ सकारात्मक वार्ता कर लेनी चाहिए थी फिर भी जो समझौता देर रात आंदोलन के संयोजक आदरणीय कर्नल साब के साथ हुआ उसे लागू किया जाए व मुकदमों में किसी को नही फंसाया जाए !#RLPwithGurjars
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) November 12, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">.@RajGovOfficial को समय रहते गुर्जर समाज के साथ सकारात्मक वार्ता कर लेनी चाहिए थी फिर भी जो समझौता देर रात आंदोलन के संयोजक आदरणीय कर्नल साब के साथ हुआ उसे लागू किया जाए व मुकदमों में किसी को नही फंसाया जाए !#RLPwithGurjars
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) November 12, 2020.@RajGovOfficial को समय रहते गुर्जर समाज के साथ सकारात्मक वार्ता कर लेनी चाहिए थी फिर भी जो समझौता देर रात आंदोलन के संयोजक आदरणीय कर्नल साब के साथ हुआ उसे लागू किया जाए व मुकदमों में किसी को नही फंसाया जाए !#RLPwithGurjars
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) November 12, 2020
इस संबंध में बेनीवाल ने गुरुवार को लगातार दो ट्वीट किए. उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा है, 'राजस्थान सरकार को समय रहते गुर्जर समाज के साथ सकारात्मक वार्ता कर लेनी चाहिए थी. फिर भी जो समझौता देर रात आंदोलन के संयोजक आदरणीय कर्नल साहब के साथ हुआ, उसे लागू किया जाए और मुकदमों में किसी को नहीं फंसाया जाए.
'दूसरे ट्वीट में सरकार पर पहले भी गुर्जर समाज के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए लिखा, 'सरकारें गुर्जर आंदोलन को लेकर कई बार समझौते करके भी मुकरी हैं, देर रात हुए समझौते को सरकार अक्षरसः लागू करें. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी गुर्जर समाज के हक और अधिकार की लड़ाई में उनके साथ खड़ी है और खड़ी रहेगी.'
-
सरकारें गुर्जर आंदोलन को लेकर कई बार समझौते करके भी मुकरी है,देर रात हुए समझौते को सरकार अक्षरत:लागू करे ! @RLPINDIAorg गुर्जर समाज के हक और अधिकार की लड़ाई में उनके साथ खड़ी है ओर रहेगी !#RLPwithGurjars
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) November 12, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">सरकारें गुर्जर आंदोलन को लेकर कई बार समझौते करके भी मुकरी है,देर रात हुए समझौते को सरकार अक्षरत:लागू करे ! @RLPINDIAorg गुर्जर समाज के हक और अधिकार की लड़ाई में उनके साथ खड़ी है ओर रहेगी !#RLPwithGurjars
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) November 12, 2020सरकारें गुर्जर आंदोलन को लेकर कई बार समझौते करके भी मुकरी है,देर रात हुए समझौते को सरकार अक्षरत:लागू करे ! @RLPINDIAorg गुर्जर समाज के हक और अधिकार की लड़ाई में उनके साथ खड़ी है ओर रहेगी !#RLPwithGurjars
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) November 12, 2020
यह भी पढ़ें: फिर उठी आरक्षण की मांग, 18 नवंबर को जाटों ने बुलाई महापंचायत
बता दें कि इससे पहले बुधवार रात रालोपा ने गुर्जर आरक्षण आंदोलन को सक्रिय समर्थन देने की घोषणा की थी. रालोपा के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा था कि उनकी पार्टी सोशल मीडिया पर गुर्जर आरक्षण आंदोलन के समर्थन में अभियान चलाएगी. उन्होंने कल भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर गुर्जर समाज के साथ वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया था. जबकि, रालोपा के प्रदेशाध्यक्ष पुखराज गर्ग ने घोषणा की थी कि रालोपा की ओर से शुक्रवार को हर जिला मुख्यालय पर गुर्जर आरक्षण आंदोलन के समर्थन में ज्ञापन दिया जाएगा. हालांकि, बुधवार देर रात गुर्जर समाज और सरकार के बीच समझौता हो गया.