कोटा. राम जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए चल रहे रामोत्सव निधि समर्पण महाअभियान में शहर की मातृशक्ति भी पूरे जोश से जुटी हुई हैं. महिलाएं अपने घर के कामों से समय निकालकर रामनिधि के लिए घर-घर जनसंपर्क कर रही हैं. महिलाएं हाथों में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पत्रक के साथ ही 100 और 1000 के कूपन लेकर घरों में महिलाओं और बच्चों को राम निधि समर्पण करने के लिए प्रेरित कर रही हैं. शहर के सभी 12 प्रखंडों में महिला कार्यकर्ताओं की ओर से 10 हजार परिवारों से संपर्क किया जा चुका है.
अब तक जुटाए आठ करोड़
कोटा शहर की जनता राम मंदिर निर्माण रामोहत्सव निधि संग्रहण में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है. व्यापारियों और व्यवसायियों ने करोड़ो रूपये जमा करवाए हैं. वहीं शहर में कार्यकर्ताओं ने 100 रुपये से लेकर एक हजार रुपये के कूपन लेकर लोगों से संपर्क में जुटे हुए हैं. इन सब को मिलाकर अभी तक राम निधि में लगभग आठ करोड़ रुपये जमा हो चुके है.
महाअभियान के प्रचार प्रमुख आशीष मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि महिला कार्यकर्ताओं की टीम की ओर से केवल महिला शक्ति से संपर्क दिन में ही किया जा रहा है, जबकि पुरूष कार्यकर्ता सुबह और शाम को समय दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि महिलाएं शाम को रैली और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से राम मंदिर की महिमा का बखान करने के साथ ही रामनिधि समर्पण का महत्व भी समझा रही हैं.
भारत विकास परिषद महिला शाखा, राष्ट्र सेविका समिति, दुर्गा वाहिनी समेत विभिन्न मत, पंथ, सम्प्रदाय और संगठनों की कार्यकर्ता विभिन्न क्षेत्रों में रामनिधि एकत्रित कर रही हैं. महिलाओं की टोली ने मंगलवार को खेरली फाटक में रैली निकाली और नुक्कड़ नाटक कर राम मंदिर के लिए निधि समर्पण का आग्रह किया.
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इस दौरान महिलाओं ने हाथों में भगवा, पताका और श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के पत्रक ले रखे थे. केसरिया साड़ी में लिपटी कईं महिलाओं ने सिर पर भगवा पगड़ी भी बांध रखी थी. जहां से भी रैली गुजरती थी, आसपास मौजूद लोग श्रीरामलला के जयकारों से आसमान गुंजा रहे थे. महिलाएं श्रीराम भजन और कीर्तन करते हुए विभिन्न मार्गों से गुजरी.