कोटा. शहर से दादाबाड़ी इलाके में स्थित एक निजी स्कूल में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. स्कूल प्रबंधन ने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का हवाला देते हुए 100 फीसदी फीस जमा कराने का दबाव पेरेंट्स पर बनाया. स्टूडेंट्स को एग्जाम एडमिट कार्ड नहीं दिए जा रहे थे. इस पर पहले तो पेरेंट्स में मौके पर पहुंचकर हंगामा किया. बाद में राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी बुला लिया. जिसके बाद काफी देर तक हंगामा स्कूल में होता रहा.
कांग्रेस समर्थित हाड़ौती विकास मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष राजेंद्र सांखला ने बताया कि उन्हें स्कूल के पेरेंट्स में सूचना दी कि बच्चों को एडमिशन कार्ड नहीं दिए जा रहे हैं. साथ ही पहले 100 फीसदी फीस मांगी जा रही थी. फीस जमा नहीं कराने वाले स्टूडेंट्स को एग्जाम का एडमिट कार्ड नहीं दिया जा रहा था. इस पर पेरेंट्स ने उनसे संपर्क किया. जिसके बाद उन्होंने हाड़ौती विकास मोर्चा कार्यकर्ता को स्कूल पर भेजा.
जहां पर उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर पूरी फीस एक साथ नहीं वसूलने का दबाव बनाया. साथ ही गाइडलाइन के अनुसार की स्टॉलमेंट में फीस ली जाए, कोई भी पेरेंट्स पूरी फीस देने से मना नहीं कर रहा है, लेकिन स्कूल एक मुश्त फीस नहीं ले सकता है. काफी देर मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने स्कूल प्रबंधन से बातचीत की. जिसके बाद स्कूल प्रबंधन तैयार हुआ और उन्होंने पेरेंट्स को स्टॉलमेंट में फीस जमा कराने के लिए कहा है. जबकि पहले पूरी फीस एक साथ मांगी जा रही थी. स्कूल प्रबंधन के इंस्टॉलमेंट में फीस लेने के बाद बच्चों को राहत मिली है और उनके पैरंट्स ने भी एकमुश्त फीस देने से बचे हैं.
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इस दौरान हाड़ौती विकास मोर्चा के शहर अध्यक्ष शादाब खान, प्रभात कश्यप, कमल चतुर्वेदी, इरफान घोसी, सिद्दीक अंसारी, शुभम खुराना, शफीक खान, शोएब अली जुम्मा, हैदर अली, लखन शाक्यवाल व रमीज रजा मौजूद थे.