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सरकारी नौकरी का झांसा देकर लाखों लूटने वाला फर्जी अधिकारी चढ़ा पुलिस के हत्थे

कोटा पुलिस ने एक फर्जी अधिकारी को गुरुवार गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि वो लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए लूट लेता था और फरार हो जाता था. आरोपी भंवर लाल धोबी शातिर बदमाश है, जो कि बारां जिले के छबड़ा और हाल में संतोषी नगर कोटा शहर में ही रहता है. इसकी उम्र 60 साल बताई जा रही है. ये खुद भी बारां जिले के अटरू में सरकारी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था. जिसे नौकरी के दौरान धोखाधड़ी करने से नौकरी से निकाल दिया गया.

हिस्ट्रीशीटर फर्जी अधिकारी पुलिस के हत्थे चढ़ा
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Published : Jun 13, 2019, 11:07 PM IST

कोटा. शहर की भीमगंजमंडी थाना पुलिस ने एक हिस्ट्रीशीटर फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि वो लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए लूट लेता था और फरार हो जाता था. आरोपी के खिलाफ कोटा शहर और अन्य जगहों पर लूट और चोरी के करीब 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं.

बता दें, आरोपी भंवर लाल धोबी शातिर बदमाश है, जो कि बारां जिले के छबड़ा और हाल में संतोषी नगर कोटा शहर में ही रहता है. इसकी उम्र 60 साल बताई जा रही है. ये खुद भी बारां जिले के अटरू में सरकारी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था. जिसे नौकरी के दौरान धोखाधड़ी करने पर निकाल दिया गया. तब से ही यह बेरोजगार और गरीब लोगों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर रुपए हड़पने के काम में लग गया था.

हिस्ट्रीशीटर फर्जी अधिकारी पुलिस के हत्थे चढ़ा

आरोपी भंवर लाल धोबी ने सुनीता नाम की महिला से से चार लाख और शीला मेहरा नाम की दूसरी महिला से एक लाख 75 हजार रुपए की ठगी की थी. सुनीता के दर्ज रिपोर्ट में बताया कि वह आरोपी मोहनलाल के घर पर खाना बनाने जाती थी, इसके बाद उसने सरकारी नौकरी का झांसा देकर उससे 4 लाख रुपए लिए और फरार हो गया. इस मामले में पुलिस आरोपी की पड़ताल में जुटी हुई थी, तो सामने आया कि आरोपी ने मकान किराए पर लिया था. वहीं, सीआई हर्षराज सिंह खरेड़ा ने पीड़ित महिला के घर के आसपास के सीसीटीवी फुटेज निकाले तो आरोपी सूट बूट में सामने आया.

शहर के बाजारों में ढूंढता था शिकार
आरोपी टैक्सी किराए पर लेकर अपने शिकार ढूंढने के लिए शहर के बाजारों या कलेक्ट्रेट के बाहर खड़ा हो जाता था. जहां, पर गरीब और बेरोजगार लोगों को अपने झांसे में ले लेता. लोग जब उससे मिलने के लिए आते, तो वो पहले से ही सूट बूट और टाई पहन कर कलेक्ट्रेट के बाहर उन्हें मिल जाता. इसके बाद उन्हें सर्किट हाउस या कलेक्ट्रेट में ले जाता, जहां पर उन्हें विश्वास दिला देता था कि वह ऊंचे ओहदे पर है और उन्हें सरकारी नौकरी दिला देगा.

पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी लूटने के लिए एक महिला को सरकारी नौकरी का झांसा देकर टैक्सी से जयपुर लेकर गया. जहां, पर उसे जयपुर विकास प्राधिकरण के भवन में ले जाकर बैठा दिया. कुछ देर बाद आया और डॉक्यूमेंट और पैसे लेकर चला गया, इसके बाद फोन बंद कर फरार हो गया.

बूंदी में जज का पीए बनकर कार से ढाई लाख उड़ा ले गया
वहीं, आरोपी के खिलाफ बूंदी कोतवाली में कुछ दिन पहले ही एक मुकदमा दर्ज हुआ है. जिसमें सामने आया कि वह जज का पीए बन कर किसी के साथ जयपुर जा रहा था जैसे ही कार पेट्रोल पंप पर रुकी उसने कार में रखे ढाई लाख रुपए उड़ा कर मौके से फरार हो गया.

फर्जी आईडी से होटल में रुका
नयापुरा के एक होटल में भी वह फर्जी नाम से रुका हुआ था. ऐसे में भीमगंजमंडी थाना एसएचओ हर्षराज सिंह खरेड़ा और उनकी टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को उसके पास से कई विभागों की अलग अलग नाम से बनी फर्जी आईडी और डॉक्यूमेंट मिले हैं.

कोटा. शहर की भीमगंजमंडी थाना पुलिस ने एक हिस्ट्रीशीटर फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि वो लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए लूट लेता था और फरार हो जाता था. आरोपी के खिलाफ कोटा शहर और अन्य जगहों पर लूट और चोरी के करीब 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं.

बता दें, आरोपी भंवर लाल धोबी शातिर बदमाश है, जो कि बारां जिले के छबड़ा और हाल में संतोषी नगर कोटा शहर में ही रहता है. इसकी उम्र 60 साल बताई जा रही है. ये खुद भी बारां जिले के अटरू में सरकारी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था. जिसे नौकरी के दौरान धोखाधड़ी करने पर निकाल दिया गया. तब से ही यह बेरोजगार और गरीब लोगों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर रुपए हड़पने के काम में लग गया था.

हिस्ट्रीशीटर फर्जी अधिकारी पुलिस के हत्थे चढ़ा

आरोपी भंवर लाल धोबी ने सुनीता नाम की महिला से से चार लाख और शीला मेहरा नाम की दूसरी महिला से एक लाख 75 हजार रुपए की ठगी की थी. सुनीता के दर्ज रिपोर्ट में बताया कि वह आरोपी मोहनलाल के घर पर खाना बनाने जाती थी, इसके बाद उसने सरकारी नौकरी का झांसा देकर उससे 4 लाख रुपए लिए और फरार हो गया. इस मामले में पुलिस आरोपी की पड़ताल में जुटी हुई थी, तो सामने आया कि आरोपी ने मकान किराए पर लिया था. वहीं, सीआई हर्षराज सिंह खरेड़ा ने पीड़ित महिला के घर के आसपास के सीसीटीवी फुटेज निकाले तो आरोपी सूट बूट में सामने आया.

शहर के बाजारों में ढूंढता था शिकार
आरोपी टैक्सी किराए पर लेकर अपने शिकार ढूंढने के लिए शहर के बाजारों या कलेक्ट्रेट के बाहर खड़ा हो जाता था. जहां, पर गरीब और बेरोजगार लोगों को अपने झांसे में ले लेता. लोग जब उससे मिलने के लिए आते, तो वो पहले से ही सूट बूट और टाई पहन कर कलेक्ट्रेट के बाहर उन्हें मिल जाता. इसके बाद उन्हें सर्किट हाउस या कलेक्ट्रेट में ले जाता, जहां पर उन्हें विश्वास दिला देता था कि वह ऊंचे ओहदे पर है और उन्हें सरकारी नौकरी दिला देगा.

पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी लूटने के लिए एक महिला को सरकारी नौकरी का झांसा देकर टैक्सी से जयपुर लेकर गया. जहां, पर उसे जयपुर विकास प्राधिकरण के भवन में ले जाकर बैठा दिया. कुछ देर बाद आया और डॉक्यूमेंट और पैसे लेकर चला गया, इसके बाद फोन बंद कर फरार हो गया.

बूंदी में जज का पीए बनकर कार से ढाई लाख उड़ा ले गया
वहीं, आरोपी के खिलाफ बूंदी कोतवाली में कुछ दिन पहले ही एक मुकदमा दर्ज हुआ है. जिसमें सामने आया कि वह जज का पीए बन कर किसी के साथ जयपुर जा रहा था जैसे ही कार पेट्रोल पंप पर रुकी उसने कार में रखे ढाई लाख रुपए उड़ा कर मौके से फरार हो गया.

फर्जी आईडी से होटल में रुका
नयापुरा के एक होटल में भी वह फर्जी नाम से रुका हुआ था. ऐसे में भीमगंजमंडी थाना एसएचओ हर्षराज सिंह खरेड़ा और उनकी टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को उसके पास से कई विभागों की अलग अलग नाम से बनी फर्जी आईडी और डॉक्यूमेंट मिले हैं.

Intro:कोटा. कोटा शहर की भीमगंजमंडी थाना पुलिस ने एक हिस्ट्रीशीटर फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया है. जो लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए लूट लेता था और फरार हो जाता था. आरोपी के खिलाफ कोटा शहर और अन्य जगहों पर करीब 30 से ज्यादा मुकदमे लूट और चोरी के दर्ज हैं. आरोपी 60 वर्षीय भंवर लाल धोबी शातिर बदमाश है, जो कि बारां जिले के छबड़ा और हाल में संतोषी नगर कोटा शहर में ही रहता है. यह खुद भी बारां जिले के अटरू में सरकारी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था. जिसे नौकरी के दौरान धोखाधड़ी करने से नौकरी से निकाल दिया गया. तब से ही यह बेरोजगार और गरीब लोगों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर रुपए हड़पने के काम में लग गया था.


Body:ऐसे सामने आया फर्जीवाड़ा आरोपी के खिलाफ भीमगंजमंडी थाना पुलिस में दो मुकदमे सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के दर्ज हैं. इसमें एक महिला सुनीता से चार लाख रुपए और दूसरी शीला मेहरा से एक लाख 75 हजार रुपए की ठगी की थी. सुनीता के दर्ज रिपोर्ट में बताया कि वह आरोपी मोहनलाल के घर पर खाना बनाने जाती थी, इसके बाद उसने सरकारी नौकरी का झांसा देकर उससे 4 लाख रुपए लिए और फरार हो गया. इस मामले में पुलिस आरोपी की पड़ताल में जुटी हुई थी, तो सामने आया कि आरोपी ने मकान किराए से लिया था. सीआई हर्षराज सिंह के खरेड़ा ने पीड़ित महिला के घर के आसपास के सीसीटीवी फुटेज निकाले तो आरोपी का सूट बूट में सामने आया. शहर के बाजारों में ढूंढता था शिकार आरोपी बेरोजगारों को गरीब लोगों को फांसने के लिए हाईप्रोफाइल बंद कर रहा था. वह टैक्सी किराए पर लेकर अपने शिकार ढूंढने के लिए शहर के बाजारों या कलेक्ट्रेट के बाहर खड़ा हो जाता. जहां पर गरीब और बेरोजगार लोगों को अपने झांसे में ले लेता. लोग जब उससे मिलने के लिए आते और फोन करने पर वह पहले ही सूट बूट और टाई पहन कर कलेक्ट्रेट के बाहर उन्हें मिल जाता. इसके बाद उन्हें सर्किट हाउस या कलेक्ट्रेट में ले जाता, जहां पर उन्हें विश्वास दिला देता था कि वह ऊंचे ओहदे पर है और उन्हें सरकारी नौकरी दिला देगा. कभी जज तो कभी प्रशासनिक अधिकारी आरोपी कभी रोडवेज का अधिकारी, तो कभी एमबीएस अस्पताल का अधीक्षक, कभी कोषाधिकारी तो कभी कलेक्ट्रेट में किसी विभाग का प्रमुख या जज बन जाता था. पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी अपने शिकार को लूटने के लिए जयपुर तक ले गया है ऐसे में वह एक महिला को सरकारी नौकरी का झांसा देने के लिए टैक्सी से जयपुर लेकर गया. जहां पर उसे जयपुर विकास प्राधिकरण के भवन में ले जाकर बैठा दिया. कुछ देर बाद आया और डॉक्यूमेंट और पैसे लेकर चला गया, इसके बाद फोन बंद कर फरार हो गया. बूंदी में जज का पीए बनकर ढाई लाख उड़ा लिए कार से आरोपी के खिलाफ बूंदी कोतवाली में कुछ दिन पहले ही एक मुकदमा दर्ज हुआ है जिसमें सामने आया कि वह जज का पीए बन कर किसी के साथ जयपुर जा रहा था जैसे ही कार पेट्रोल पंप पर रुकी उसने कार में रखे ढाई लाख रुपए उड़ा कर मौके से फरार हो गया. फर्जी आईडी से होटल में रुका पुलिस ने धर दबोचा भीमगंजमंडी थाना पुलिस ने शहर के नयापुरा के एक होटल में भी वह फर्जी नाम से रुका हुआ था ऐसे में भीमगंजमंडी थाना एसएचओ हर्षराज सिंह खरेड़ा और उनकी टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को उसके पास से कई विभागों की अलग अलग नाम से बनी फर्जी आईडी और डॉक्यूमेंट मिले हैं. अय्याशी में उड़ाता था लूट की रकम आरोपी एक नंबर का आया था, ऐसे में वह लूट की रकम को अय्याशी में उड़ाता था. पुलिस को उम्मीद है कि मोहनलाल धोबी के गिरफ्तार हो जाने के बाद इसके खिलाफ कई और लोग सामने आएंगे. जिनसे यह लूट कर चुका है.


Conclusion:पैकेज में बाइट-- भगवंत सिंह हिंगड़, उपाधीक्षक, पुलिस कोटा
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