कोटा. नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने कोटा के NH-27 पर 22 करोड़ रुपए से टोल प्लाजा के निर्माण के टेंडर जारी कर दिए हैं. NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह का कहना है कि 1 साल में यह दोनों टोल प्लाजा बनकर तैयार हो जाएंगे. इनमें टोल प्लाजा के लिए जरूरी सुविधाएं भी विकसित की जाएगी.
ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर के नेशनल हाईवे-27 पर कोटा के नजदीक हैंगिंग ब्रिज के टोल प्लाजा निर्माण को पर्यावरण मंत्रालय की अनुमति मिल गई है. इसके बाद अब NHAI ने 22 करोड़ रुपए से टोल प्लाजा के निर्माण के टेंडर भी जारी कर दिए हैं. NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह का कहना है कि इन दोनों टोल प्लाजा के लिए जरूरी सुविधाएं भी विकसित की जाएगी.
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इसमें कोटा से उदयपुर जाने वाली लेन का टोल प्लाजा नयागांव के नजदीक हैंगिंग ब्रिज से 1200 मीटर पहले बनाया जाएगा. उदयपुर से कोटा आने वाली लेन का टोल प्लाजा हैंगिंग ब्रिज से 1800 मीटर पहले नांता एरिया में बनेगा.
चलते वाहन का वजन करने के लिए 'वीम' लगेगा
वीरेंद्र सिंह ने बताया कि टोल प्लाजा के दोनों तरफ 5-5 लेन के होंगे. इसके साथ ही चलते वाहन का वजन लेने वाले 'वे इन मोशन' (वीम) लगाए जाएंगे. वहीं स्टैटिक वे और सीसीटीवी भी टोल प्लाजा पर लगाए जाएंगे. दोनों टोल प्लाजा के बीच में 3-3 लेन की सड़क होगी क्योंकि हैंगिंग ब्रिज भी छह लेन का है.
एमएचटीआर में आने के चलते अटका हुआ था काम
हैंगिंग ब्रिज के टोल प्लाजा निर्माण के लिए साल 2018 में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने प्रपोजल बनाया था. जिसमें दोनों तरफ टोल प्लाजा बनना था लेकिन इसको मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व अथॉरिटी ने बनाने से रुकवा दिया, तब से ही काम बंद था. इसके टेंडर भी एनएचएआई ने जारी कर दिए थे.
फिलहाल, हैंगिंग ब्रिज पर अस्थाई रूप से दो लेन का ही टोल प्लाजा संचालित किया जा रहा है. रात के समय भारी वाहनों का लोड ज्यादा रहता है. ऐसे में जहां से गुजरने वाले वाहनों को काफी लंबी कतार में खड़ा होना मजबूरी हो गया है. अब इस समस्या से भी लोगों को छुटकारा मिलेगा लेकिन इसमें समय लगेगा. हालांकि, NHAI के अधिकारी अस्थाई रूप से एक तीसरी लाइन और बनाने जा रहे हैं. जिसके जरिए इमरजेंसी और छोटे वाहन यहां से गुजर सके.