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अफीम तस्करी का नेटवर्क चलाने का आरोपी सुधीर का ACB कोटा में सरेंडर, 4 महीने से चल रहा था फरार - नारकोटिक्स ब्यूरो चित्तौड़गढ़ न्यूज

चित्तौड़गढ़ नारकोटिस ब्यूरो के अधीक्षक सुधीर यादव बीते 4 महीने से फरार चल रहा था. उन पर आरोप है कि वे तस्करों से सांठगांठ कर नेक्सस बनाकर तस्करी करवा रहा था और अफीम तस्करी का नेटवर्क संचालित कर रहा था. मंगलवार को अचानक अचानक कोटा एसीबी ऑफिस पहुंच यादव ने एसीबी के समक्ष सरेंडर कर दिया

Narcotics Department chittorgarh news, नारकोटिक्स ब्यूरो चित्तौड़गढ़ न्यूज
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Published : Aug 27, 2019, 8:37 PM IST

कोटा. अफीम तस्करों के साथ सांठगांठ कर नेक्सेस चलाने का मुख्य अभियुक्त चित्तौड़गढ़ नारकोटिक्स ब्यूरो अधीक्षक सुधीर यादव ने आज अचानक कोटा एसीबी के ऑफिस पहुंच कर सरेंडर कर दिया. यादव घूसखोरी के मामले में 4 माह से फरार चल रहे थे.

अफीम तस्करी का नेटवर्क चलाने वाले चित्तौड़गढ़ के निलंबित नारकोटिक्स अधीक्षक ने किया सरेंडर

कोटा एसीबी एडिशनल एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि मंगलवार दोपहर बाद अचानक सुधीर यादव ऑफिस पहुंचा और बोला कि मुझे गिरफ्तार कर लो. इस फरारी अवधि में आरोपी अधीक्षक सुधीर यादव राजस्थान और हरियाणा में कई जगह छुपा है. नारकोटिक्स ब्यूरो ने उसे निलंबित कर दिया था और निलंबित काल के दौरान उसे नीमच में उपस्थिति देनी थी. ऐसे में वह एक दो दिन पहले ही नीमच में भी उपस्थिति देकर आया है.

पढ़ेंः छात्र संघ चुनाव 2019 : पुलिस हिरासत में संदिग्ध छात्र, दर्जनों गाड़ियां जब्त

एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि जिस समय चित्तौड़गढ़ नारकोटिक्स ब्यूरो कार्यालय में यादव अधीक्षक के पद पर तैनात था, उस समय एसीबी को शिकायत मिली थी कि अफीम किसानों को अफीम के पट्टों से लेकर अफीम तुलाई, अप्रूटिंग में भारी घालमेल किया जा रहा है. अफीम के रिकॉर्ड में हेराफेरी करके तस्करों के जरिए अफीम को बाहर बाजार में बेचा जा रहा है. जिसमे नारकोटिक्स ब्यूरो के कई अधिकारी शामिल है. यह अधिकारी डोडा चूरा को नष्ट नहीं कर पाते थे और उसे तस्करी के लिए भेज दिया जाता था.

पढ़ेंः मां ने पहले तो अपने तीन बच्चों को जहर दिया, फिर खुद भी झुल गई फंदे पर...चारों की मौत

जिस पर अधिकरियों और अफीम दलालों के नम्बर सर्विलांस पर रखे गए थे, जिसमें एसीबी को कई चौकाने वाली बातें सामने आई थी. जिस पर जाल बिछाते हुए कोटा एसीबी ने दलाल दलाल छगन जाट, नारकोटिक्स ब्यूरो हवलदार प्रवीण सिंह और भानुप्रताप को पूर्व में गिरफ्तार कर लिया था. अब 4 माह से मुख्य अभियुक्त सुधीर यादव फरार चल रहा था. पिछले 4 माह से एसीबी लगातार यादव की तलाश में जुटी हुई थी. जिसने आज कोटा एसीबी ऑफिस में सरेंडर कर दिया. आरोपी यादव को बुधवार के दिन उदयपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा.

कोटा. अफीम तस्करों के साथ सांठगांठ कर नेक्सेस चलाने का मुख्य अभियुक्त चित्तौड़गढ़ नारकोटिक्स ब्यूरो अधीक्षक सुधीर यादव ने आज अचानक कोटा एसीबी के ऑफिस पहुंच कर सरेंडर कर दिया. यादव घूसखोरी के मामले में 4 माह से फरार चल रहे थे.

अफीम तस्करी का नेटवर्क चलाने वाले चित्तौड़गढ़ के निलंबित नारकोटिक्स अधीक्षक ने किया सरेंडर

कोटा एसीबी एडिशनल एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि मंगलवार दोपहर बाद अचानक सुधीर यादव ऑफिस पहुंचा और बोला कि मुझे गिरफ्तार कर लो. इस फरारी अवधि में आरोपी अधीक्षक सुधीर यादव राजस्थान और हरियाणा में कई जगह छुपा है. नारकोटिक्स ब्यूरो ने उसे निलंबित कर दिया था और निलंबित काल के दौरान उसे नीमच में उपस्थिति देनी थी. ऐसे में वह एक दो दिन पहले ही नीमच में भी उपस्थिति देकर आया है.

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एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि जिस समय चित्तौड़गढ़ नारकोटिक्स ब्यूरो कार्यालय में यादव अधीक्षक के पद पर तैनात था, उस समय एसीबी को शिकायत मिली थी कि अफीम किसानों को अफीम के पट्टों से लेकर अफीम तुलाई, अप्रूटिंग में भारी घालमेल किया जा रहा है. अफीम के रिकॉर्ड में हेराफेरी करके तस्करों के जरिए अफीम को बाहर बाजार में बेचा जा रहा है. जिसमे नारकोटिक्स ब्यूरो के कई अधिकारी शामिल है. यह अधिकारी डोडा चूरा को नष्ट नहीं कर पाते थे और उसे तस्करी के लिए भेज दिया जाता था.

पढ़ेंः मां ने पहले तो अपने तीन बच्चों को जहर दिया, फिर खुद भी झुल गई फंदे पर...चारों की मौत

जिस पर अधिकरियों और अफीम दलालों के नम्बर सर्विलांस पर रखे गए थे, जिसमें एसीबी को कई चौकाने वाली बातें सामने आई थी. जिस पर जाल बिछाते हुए कोटा एसीबी ने दलाल दलाल छगन जाट, नारकोटिक्स ब्यूरो हवलदार प्रवीण सिंह और भानुप्रताप को पूर्व में गिरफ्तार कर लिया था. अब 4 माह से मुख्य अभियुक्त सुधीर यादव फरार चल रहा था. पिछले 4 माह से एसीबी लगातार यादव की तलाश में जुटी हुई थी. जिसने आज कोटा एसीबी ऑफिस में सरेंडर कर दिया. आरोपी यादव को बुधवार के दिन उदयपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा.

Intro:चित्तौड़गढ़ नारकोटिस ब्यूरो के अधीक्षक सुधीर यादव पर से 4 महीने से फरार चल रहा था। उस पर आरोप है कि वह तस्करों से सांठगांठ कर नेक्सस बनाकर तस्करी करवा रहा था और अफीम तस्करी का नेटवर्क संचालित कर रहा था। आज अचानक अचानक कोटा एसीबी ऑफिस पहुंचा और एसीबी के सामने सरेंडर कर दिया।Body:कोटा.
अफीम तस्करों के साथ सांठगांठ कर नेक्सेस चलाने का मुख्य अभियुक्त चित्तौड़गढ़ नारकोटिक्स ब्यूरो अधीक्षक सुधीर यादव ने आज अचानक कोटा एसीबी के ऑफिस पहुंच कर सरेंडर कर दिया। कोटा एसीबी एडिशनल एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि
आज दोपहर बाद अचानक सुधीर यादव ऑफिस पहुंचा और बोला कि मुझे गिरफ्तार कर लो। इस फरारी अवधि में आरोपी अधीक्षक सुधीर यादव राजस्थान और हरियाणा में कई जगह छुपा है। नारकोटिक्स ब्यूरो ने उसे निलंबित कर दिया था और निलंबित काल के दौरान उसे नीमच में उपस्थिति देनी थी। ऐसे में वह एक दो दिन पहले ही नीमच में भी उपस्थिति देकर आया है।

एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि जिस समय चित्तौड़गढ़ नारकोटिक्स ब्यूरो कार्यालय में यादव अधीक्षक के पद पर तैनात था, उस समय एसीबी को शिकायत मिली थी कि अफीम किसानों को अफीम के पट्टों से लेकर अफीम तुलाई, अप्रूटिंग में भारी घालमेल किया जा रहा है। अफीम के रिकॉर्ड में हेराफेरी करके तस्करों के जरिए अफीम को बाहर बाजार में बेचा जा रहा है। जिसमे नारकोटिक्स ब्यूरो के कई अधिकारी शामिल है। यह अधिकारी डोडा चूरा को नष्ट नहीं कर पाते थे और उसे तस्करी के लिए भेज दिया जाता था।
जिस पर अधिकरियों और अफीम दलालों के नम्बर सर्विलांस पर रखे गए थे, जिसमें एसीबी को कई चौकाने वाली बातें सामने आई थी।Conclusion:जिस पर जाल बिछाते हुए कोटा एसीबी ने दलाल दलाल छगन जाट, नारकोटिक्स ब्यूरो हवलदार प्रवीण सिंह, और भानुप्रताप को पूर्व में गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद 4 माह से मुख्य अभियुक्त सुधीर यादव फरार चल रहा था। पिछले 4 माह से एसीबी लगातार यादव की तलाश में जुटी हुई थी। जिसने आज कोटा एसीबी ऑफिस में सरेंडर कर दिया।
आरोपी यादव को कल उदयपुर कोर्ट में पेश किया जाएगा।


बाइट-- ठाकुर चंद्रशील कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसीबी कोटा
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