कोटा. पूरे शहर में पार्किंग की समस्या है. कहीं भी गाड़ी खड़ी करने के लिए जगह नहीं है. कुछ देर सड़क पर गाड़ी खड़ी रहने पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई कर देती हैं. वहीं, इसका फायदा उठाने के लिए शहर के कई जगहों पर लोगों ने अवैध रूप से पार्किंग शुरू कर दी है. ये पार्किंग ज्यादातर नयापुरा, जयपुर गोल्डन, गुमानपुरा और एरोड्रम सर्किल रोड पर की जा रही है, जिसका खामियाजा शहरवासियों को ही उठाना पड़ रहा है. उन्हें पार्किंग के लिए मजबूरन इन अवैध जगहों पर ही गाड़ी खड़ी करनी पड़ती है, जिनका उन्हें पैसा भी देना पड़ रहा है.
कोटा शहर में तो दो बंद सिनेमाघर भी अवैध रूप से बाहरी लोगों की पार्किंग करवा रहे हैं. इनमें कोटा के नयापुरा चौराहे के पास स्थित सिनेमाघर और सरोवर रोड स्थित सरोवर सिनेमाघर की जगह पर भी इस तरह से अवैध वसूली हो रही है. हालांकि, यूआईटी के अधिकारियों का कहना है कि कुछ अवैध पार्किंग में संचालित हो रही है, लेकिन उन्हें लोग शिकायत नहीं करते हैं. वो अवैध पार्किंग को चिन्हित करने के निर्देश देंगे, जिससे उन पर कार्रवाई की जा सके.
रोज हो रही हजारों रुपये की वसूली
सभी जगहों पर अवैध रूप से पार्किंग करवाई जा रही है और स्थानीय लोगों के साथ ही बाहरी व्यक्तियों से भी वसूली की जा रही है. इसमें बाइक के लिए 10 से 20 रुपए रोज लिए जा रहे हैं. वहीं कार मालिक को 30 से 50 रुपये देने पड़ रहे हैं. रामपुरा जयपुर गोल्डन में जहां पर ट्रैफिक जाम की भारी समस्या रहती है, वहां संचालित की जा रही अवैध पार्किंग में तो बड़े-बड़े ट्रकों को भी सुबह से शाम तक खड़ा करवाया जाता है और उनसे 50 से लेकर 300 रुपये तक की वसूली होती है. यहां पर लगे हुए सुरक्षा गार्ड का कहना है कि दिन में करीब 200 से ज्यादा गाड़ियां यहां पर आती है.
वाहन पार्किंग में रखना मजबूरी
कई कॉलोनियों में भी इस तरह के अवैध पार्किंग में संचालित की जा रही है. हालांकि, वहां के लोगों को भी इससे सुविधा मिलती है. ऐसे में खाली प्लॉट पर ही प्लॉट मालिक पार्किंग बना देता है और लोग वहां पर वाहन खड़ी कर जाते हैं, जिसका 300 से 500 रुपये मासिक किराया लिया जाता है. ऐसे में हर माह ये प्लॉट मालिक हजारों रुपए वाहन चालकों से लेते हैं. ऐसी पार्किंग गुमानपुरा, स्टेशन, दादाबाड़ी, नयापुरा, लाडपुरा, खाई रोड और रामपुरा में संचालित की जा रही है. अधिकांश लोगों के मकान जिनके भीतरी शहर में हैं और वहां बाहर नहीं जा सकते, वो भी इस तरह की पार्किंग का उपयोग कर रहे हैं.
झगड़ते हैं अवैध पार्किंग संचालक
श्रीपुरा पुराने मोटर बस स्टैंड के पास भी इसी तरह की अवैध पार्किंग चलाई जाती है. यहां पर बाहरी लोगों की गाड़ी खड़े कर देने पर लोग लड़ाई झगड़े पर भी उतारू हो जाते हैं. जब तक इन्हें वाहन खड़े करने के पैसे नहीं मिलते हैं, ये वाहन नहीं रुकने देते हैं. बाहरी व्यक्ति होने पर वो किसी से शिकायत भी नहीं कर पाता है. इसी तरह से नयापुरा इलाके में सिनेमाघर में भी वाहन की पार्किंग बाहर जाकर नौकरी करने वाले लोग करते हैं. वो सुबह अप डाउन के हिसाब से बाहर गाड़ी खड़ी कर जाते हैं और वापस शाम को ही लेकर आते हैं.
बसों से भी अवैध वसूली
कोटा के बस स्टैंड के नजदीक भी अवैध रूप से बड़े वाहनों को खड़े करने पर पैसा लिया जाता है. यहां पर बाहर से आने वाली बसें रूकती है, जिनको थोड़ी देर ठहरने पर ही उनसे पार्किंग चार्ज ले लिया जाता है. जो बसें पुलिया के नीचे खड़ी होती है, उनसे इस तरह की वसूली आम बात है. हालांकि जो बस चालक है, वे बाहरी होने के चलते ज्यादा कुछ नहीं बोलते हैं और इन अवैध पार्किंग संचालकों के दबाव में आकर पैसा दे देते हैं. ऐसा शहर के कई अन्य इलाकों में भी हो रहा है.