कोटा. जिले के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले को लेकर राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल कोटा पहुंचीं. उन्होंने जेके लोन अस्पताल का निरीक्षण किया. जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में फैला अव्यवस्था के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि साफ-सफाई को लेकर इतना हंगामा होने के बाद भी अस्पताल प्रशासन गंभीर नहीं है. उन्होंने बच्चों की मौत और व्यवस्था से संबंधित पूरी रिपोर्ट सात दिन में अस्पताल प्रशासन से मांगी है.
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन व शिशु रोग विभाग के चिकित्सकों पर बड़ी करने की बात भी उन्होंने कही. संगीता बेनीवाल ने माना है कि मरीजों के परिजन गिड़गिड़ाते आते हैं, लेकिन चिकित्सकों ने उनपर ध्यान नहीं देते. इसमें साफ तौर पर उनकी लापरवाही नजर आ रही है. बेनीवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि साफ-सफाई व्यवस्था अस्पताल में ठीक नहीं थी.
बेनीवाल ने कहा कि प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना, अधीक्षक डॉ. एससी दुलारा और अन्य लोगों से भी इस संबंध में बातचीत की गई है. उन्होंने कहा कि निरीक्षण के बाद भी सफाई नहीं है तो रोजमर्रा में क्या होती होगी. उन्होंने कहा कि मुझे जो जानकारी दी गई है, उसमें बताया गया है कि भवन छोटा है और नए भवन का निर्माण चल रहा है और वह जल्द ही पूरा हो जाएगा.
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संगीता बेनीवाल ने कहा कि इस पूरे मामले में तथ्यात्मक रिपोर्ट लेंगे. यदि उपकरण खराब थे तो उन्हें छुपाया क्यों जा रहा है, उन्हें दुरुस्त करवाना चाहिए था. इसके अलावा बेनीवाल ने मरीजों से भी मुलाकात की, इसमें कुछ मरीज संतुष्ट नजर आए और कुछ ने शिकायत की है. मरीजों ने बताया कि हम लोग गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन डॉक्टर हमें देखने के लिए नहीं पहुंचे. इस दौरान उनके साथ एडीएम सीलिंग सत्यनारायण आमेटा, बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष फातिमा सुल्तान, सदस्य विमल जैन, राजकीय बालिका बालिका गृह अधीक्षक श्वेता शर्मा और बाल संरक्षण अधिकारी दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे.