कोटा. जिले के सकतपुरा स्थित राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम ने कोटा व्रत के दस और सवाई माधोपुर व्रत के पांच जीएसएस को ठेके पर देने का निर्णय किया है. ऐसे में आज इस निर्णय के विरोध में राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण श्रमिक संघ उतर आया है. सैकड़ों की संख्या में श्रमिक कार्यकर्ता अधीक्षण अभियंता कार्यालय सकतपुरा में उपस्थित हुए. यहां पर सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आरवीपीएनएल सीएमडी इस निर्णय को वापस नहीं लेते तो ईंट से ईंट बजा दी जाएगी.
जानकारी के अनुसार राज्य सरकार ने कोटा व्रत के किशनगंज, रूपारेल, मांगरोल, नांता, मामोनी, दादाबाड़ी, केशोरायपाटन, गंगधार, धनोरी, सारोला कला, नाहरगढ़ व डाबी का ऑपरेशन और मेंटेनेंस निजी फर्म को देने का निर्णय कर लिया है. इसके विरोध में राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम श्रमिक संघ उतर आया है. आज श्रमिक संघ से जुड़े सैकड़ों कार्मिकों ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय सकतपुरा में प्रदर्शन किया.राजस्थान विद्युत प्रसारण निगम श्रमिक संघ के प्रदेश अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने कहा कि आरवीपीएनएल के सीएमडी को आज ही आदेश निरस्त करना होगा. अगर ऐसा नहीं हुआ तो 8 और 20 अगस्त को विद्युत भवन में प्रदर्शन किया जाएगा.फिर भी सरकार नहीं जागी तो यह आंदोलन आग की तरह आगे बढ़ जाएगा.
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भारतीय मजदूर संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष सीपी शर्मा ने कहा कि सभी ग्रेड स्टेशनों का संपूर्ण कार्य स्टाफ कर रहा था, लेकिन ऑपरेशन तथा मेंटेनेंस का काम विभाग ने निजी फर्मों को दे दिया है. इसका हम पुरजोर विरोध करते हैं. यह न तो सरकार के हित में है, न राष्ट्र के हित में, न कार्मिकों के हित में, ऐसे में इस फैसले को तुरंत वापस लिया जाए.ऐसा नहीं किया तो राजस्थान के सभी विद्युत निगम के कार्मिक सरकार को घेरने के लिए तैयार हैं. इस प्रदर्शन के दौरान अध्यक्ष दशरथ सिंह चौहान, महामंत्री अमित कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष पीएस राजेश सहित सैकड़ों की संख्या में कार्मिक उपस्थित रहे.